राई के तकिए पर सुलाने से मिलते है शिशु को कई फायदे, जानें क्या है बनाने की सही तरीका…
नवजात शिशु पैदा होने के कुछ समय बाद तक एक ही पोजिशन में लेटा रहता है, वो खुद से अपने शरीर को हिला भी नहीं पाता है। जिसकी वजह से कई बार उसके सिर की बनावट चपटी हो जाती है। पेरेंट्स इस परेशानी से बचने के लिए अपने शिशु के सिर के नीचे राई का तकिया लगाते हैं। शिशु के सिर के नीचे राई का तकिया लगाने से उसकी गर्दन में लचक नहीं आती और सिर सुरक्षित भी रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं नवजात शिशु को राई का तकिया लगाने से मिलते हैं क्या फायदे। इतना ही नहीं इस खबर में यह भी जानेंगे, घर पर ही कैसे बड़ी आसानी से तैयार किया जा सकता है राई का तकिया
शिशु के लिए राई का तकिया का कैसे फायदेमंद-
राई की तासीर गर्म होने की वजह से सर्दियों में बच्चे को ठंड लगने की संभावना कम रहती है। राई के तकिया बच्चे के सिर लगाने से न तो सिर का आकार खराब नहीं होता है और न ही शिशु की गर्दन पर भी दबाव पड़ता। शुरूआत से ही बच्चे के सिर के नीचे राई का तकिया लगाने से बच्चे के सिर को सही गोल आकार मिल जाएगा। राई का तकिया लगाने से बच्चे का दिमाग तेजी से बढ़ता है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए राई का तकिया फायदेमंद माना जाता है।
किस उम्र में लगाएं राई का तकिया-
नवजात शिशु के जन्म के पहले दिन से लेकर बच्चे के सालभर तक का होने तक उसके सिर के नीचे राई का तकिया लगा सकते हैं।
कैसे बनाएं राई का तकिया-
राई का तकिया बनाने के लिए सबसे पहले राई को अच्छी तरह धोकर धूप में सुखा लें, ताकि इसके नमी पूरी तरह निकल जाएं। अब एक मीटर सूती कपड़ा लेकर उससे तकिया बनाकर तीनों साइड से सील दें। जिस साइड से तकिया खुला रहता है, उस जगह से उसमें राई भर दें। सिर के जगह खाली छोड़ें और बाकि जगह राई भर दें, अंत में आप चारों तरफ से सिल दें। आपका राई का तकिया बनकर तैयार है।