देशभर में कोरोना के सब-वैरिएंट JN.1 के बीस मामले सामने आए हैं। इनमें से 18 की गोवा में पहचान की गई है, जबकि एक-एक की केरल और महाराष्ट्र में की हैं। इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इनसाकॉग) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इनसाकॉग स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्थापित मंच है जो कोविड-19 की जीनोम सिक्वेंसिंग और वायरस की भिन्नता का अध्ययन व निगरानी करता है। इसे दिसंबर 2020 में गठित किया गया था।
केंद्र ने सतर्कता बरतने को कहा INSACOG : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सब-वैरिएंट JN.1 का पता लगने के बीच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्कता बरतने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को देशभर में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोनो वायरस के उभरते सब-वैरिएंट को लेकर सतर्क रहने पर जोर दिया। एक दिन में सामने आए 614 मामले स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को अपडेट आंकड़ों के मुताबिक, भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 614 नए मामले सामने आए हैं। यह 21 मई के बाद से सबसे अधिक है। वहीं, सक्रिय मामले बढ़कर 2,311 हो गए हैं।
डब्ल्यूएचओ ने JN.1 पर क्या कहा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने JN.1 के तेजी से बढ़ते प्रसार को देखते हुए इसे एक अलग वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य निकाय ने कहा है कि यह वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए ‘कम’ खतरा पैदा करता है। तेजी से फैल रहा JN.1 सब-वैरिएंट विश्व स्वास्थ्य निकाय ने मंगलवार को कहा कि JN.1 वैरिएंट को पहले BA.2.86 सब-वैरिएंट के हिस्से के रूप में एक प्रकार (वीओआई) के रूप में वर्गीकृत किया गया था। हालांकि, हाल के हफ्तों में कई देशों में JN.1 के मामले सामने आए हैं। वैश्विक स्तर पर इसका प्रसार तेजी से बढ़ा है।