राजधानी में बजटीय प्रावधान की मांग को लेकर 21 को मनरेगा मजदूरों द्वारा प्रदर्शन… केंद्र के 100 दिन और राज्य के 50 दिन काम की गारंटी के लिये…
रायपुर। मनरेगा में केंद्र सरकार की ओर से 100 दिन और छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से 50 दिन इस प्रकार कुल 150 दिन पंजीकृत मनरेगा मजदूरों को प्रतिदिन निर्धारित पारिश्रमिक की दर से काम देने की कानूनी गारंटी है किंतु केंद्र सरकार द्वारा इस मद में पर्याप्त बजट आबंटित नहीं करने और राज्य के बजट में बजटीय प्रावधान नहीं रखने के कारण पंजीकृत 20 लाख मनरेगा मजदूरों को मुश्किल से औसत 15-20 दिन ही काम मिल पाता है।
छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच, छत्तीसगढ़ श्रमिक मंच और छग मनरेगा मजदूर कल्याण संघ द्वारा मनरेगा मजदूरों को 150 दिनों का काम देने के लिये केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा समुचित बजटीय प्रावधान करने की मांग को लेकर रविवार 21 फरवरी को दोपहर 1 बजे रायपुर के बूढ़ातालाब धरना स्थल पर प्रदर्शन किया जायेगा ।
दुर्ग, राजनांदगांव और बालोद जिला के मनरेगा मजदूर दोपहर 12 बजे तक भिलाई पावरहाऊस के लाल मैंदान में एकत्र होंगे और वाहन रैली के रूप में रायपुर जायेंगे, प्रदेश के शेष जिलों के प्रदर्शनकारी मनरेगा मजदूर 1 बजे तक सीधे रायपुर के बूढ़ातालाब प्रदर्शन स्थल पर पहुंचेंगे, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपेंगे।