नई दिल्ली। भारत में कोरोना पर काबु पाने के लिए वयस्कों का टीकाकरण किया जा रहा है. बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू हो जाने से कई जगहों से वैक्सीन की कमी की खबरें सामने आ रही है. कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी के चलते वयस्कों के टीकाकरण को रोक दिया है. इस लिहाज से भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है. भारत में रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V का प्रोडक्शन शुरू हो गया है.
प्रोडक्शन के लिए भारत की बड़ी वैक्सीन और दवा कंपनी पैनेसिया बायोटेक ने रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड के साथ करार किया है. अब पैनेसिया बायोटक हर साल 10 करोड़ वैक्सीन डोज तैयार करेगी. कंपनी द्वारा तैयार की गई वैक्सीन की एक खेप रूस पहुंच भी चुकी है. वहां पर इसका क्वालिटी चेक किया जाएगा.
RDIF के स्टेटमेंट में कहा गया है कि पैनेसिया बायोटेक वैक्सीन निर्माण में अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करती है. भारत में रूसी वैक्सीन को बीते 12 अप्रैल को इमरजेंसी यूज की अनुमति दी गई थी. 1 मई से 18+वालों के वैक्सीनेशन की शुरुआत के साथ ही भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन के साथ तीसरी वैक्सीन का भी आगमन हुआ था. हालांकि स्पूतनिक से वैक्सीनेशन 14 मई को ही शुरू हो पाया.
बता दें कि भारत सरकार ने 1 मई से वयस्कों की वैक्सीनेशन की शुरूआत की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक यह फ़ैसला लिया गया था कि एक मई से 18 साल से ज़्यादा उम्र के हरेक व्यक्ति को अब कोरोना वैक्सीन की ख़ुराक दी जा सकेगी. जिसके बाद से देश में लगातार वैक्सीन की कमी देखी जा रही है. रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V के निर्माण शुरू होने के बाद वयस्कों की वैक्सीनेशन तेजी की संभावना बनी हुई है.