छत्तीसगढ़ शिवसेना ने निजी स्कूलों के फीस वृद्धि पर रोक लगाने की मांग की
रायपुर। शिवसेना रायपुर जिलाध्यक्ष शशांक देशमुख (सन्नी) के नेतृत्व में शिवसैनिकों द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी ए. एन बंजारा को निजी स्कूलों द्वारा फीस में की गई वृद्धि पर रोक लगाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।
कोरोना महामारी के कारण आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में कोरोना के इस संकटकाल में निजी स्कूलों द्वारा शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले फीस में वृद्धि कर दिया गया है। इससे अभिभावकों में स्कूलों और शिक्षा विभाग के प्रति रोष है। स्कूल में फीस निर्धारण प्रक्रिया में विद्यालय प्रबंधन और अभिभावकों के आपसी परामर्श से फीस निर्धारित करने का नियम है लेकिन कई स्कूलों द्वारा अपने लोगों को समिति में नियुक्त किया गया है और कई स्कूलों द्वारा समिति का भी गठन नहीं किया गया है। निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों और शिक्षा विभाग को बिना सूचना दिए 15 से 20 फीसदी तक स्कूल फीस में वृद्धि कर दिया गया है। जबकि कोरोना काल मे स्कूलों में शारिरिक गतिविधिया पूरी तरह बंद है, ऑनलाइन क्लॉस के नाम पर पिछले वर्ष भी इन निजी स्कूलों द्वारा लूट मचाई गई थी।
हमारे प्रदेश के निजी स्कूलों में नर्सरी व पहली कक्षा की फीस ही लाखों रूपए में है, जबकि ग्रेजुएशन व इंजीनियरिंग कॉलेजो की 30 से 70 हजार तक फीस है। प्रदेश में शिक्षा व स्वास्थ्य ही ऐसा क्षेत्र है जहा खुलेआम लूट मची हुई है। हाल की कोरोना की द्वितीय लहर में कई परिवारों की जमा पूंजी अस्पतालों में इलाज पर खर्च हो गई है, ऐसी स्थिति में कई परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे है।
शिवसेना रायपुर जिला इकाई द्वारा मांग की गई कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए निजी स्कूलों द्वारा की गई फीस वृद्धि पर तत्काल रोक लगाते हुए स्कूलों के समिति की उचित जांच कर दोषियों पर कारवाई की जाए।
शिवसेना द्वारा सोशल डिस्टेंटिंग का पालन करते हुए ज्ञापन सौंपा गया जिसमें प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष शशांक देशमुख (सन्नी), एच. एन. पलिवार, सूरज साहू, राहुल सोनवानी, चन्द्रकान्त वर्मा, राज वर्मा, संतोष मारकंडे, प्रकाश यादव, विक्की निर्मालकर, त्रिलोकी यादव, कैलाश साहू, मो. आकिब खान, महावीर, नेहा तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।