छत्तीसगढ़ में फिर से शुरू तेरह वर्षों से बंद स्कूल, ग्रामीणों ने भूपेश बघेल को भेजा अभिवादन संदेश
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सुकमा जिले के रामाराम गांव के लोगों ने अभिवादन संदेश भेजा। गांव में नक्सल गतिविधियों के कारण 13 वर्षों से बंद पड़े स्कूल को फिर से शुरू कराकर बच्चों के अध्ययन-अध्यापन की सुविधा उपलब्ध कराने पर विशेष तौर पर अभिवादन संदेश भिजवाया।
रामाराम गांव में पदस्थ शिक्षादूत अशोक कुमार ने सोमवार को सुकमा जिला मुख्यालय के लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री बघेल से लाइव चर्चा की। जब रामाराम गांव के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री के अभिवादन का संदेश सुनाया तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षादूत से कहा कि आप भी गांव वापस जाने के बाद सभी लोगों को मेरा नमस्कार कहिएगा।
रामाराम गांव सुकमा जिले का नक्सल प्रभावित गांव है। इस गांव में बीते तेरह वर्षों से नक्सल गतिविधियों के चलते स्कूल बंद पड़ा था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल इस गांव में प्राथमिक स्कूल फिर से शुरू हो गया है।
यहां स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षादूत के रूप में अशोक कुमार को रखा गया है। शिक्षादूत अशोक कुमार ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का गांव के सभी लोगों की ओर से अभिवादन करते हुए उनका आभार जताया।
कहा कि आपकी वजह से रामाराम गांव जैसे कई गांवों के वंचित बच्चों को फिर से शिक्षा सुविधा सुलभ हो सकी है। उन्होंने बताया कि रामाराम गांव के प्राथमिक शाला में 57 बच्चे दर्ज हैं। वह नियमित रूप से स्कूल पढ़ने के लिए आते हैं। अशोक कुमार ने शिक्षादूतों के मानदेय में वृद्धि के लिए भी मुख्यमंत्री बघेल को धन्यवाद दिया।