छत्तीसगढ़

राजधानी में 16 मई विश्‍व डेंगू दिवस,डेंगू से बचाव के लिए हर सप्ताह कूलर का पानी पूरा करें खाली

रायपुर। जन-जागरुकता और जानकारी की कमी के कारण हर साल हजारों लोग डेंगू बुखार की चपेट में आ जाते हैं। इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने और डेंगू से होने वाली मौतों को रोकने हर वर्ष 16 मई को विश्व डेंगू दिवस मनाया जाता है।संचालक, महामारी नियंत्रण-सह-राष्‍ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि डेंगू एडीस नामक मच्छर के काटने से होता है और यह मच्छर साफ पानी में पनपता है।

 

उन्होंने बताया कि यह मच्छर सामान्यतः दिन में काटता है एवं यह स्थिर पानी जैसे कूलर, टंकी या घर में खुले में रखे बर्तन जिसमें कई दिनों से पानी बदला न गया हो या अन्य कोई जगह जहां पानी जमा हुआ हो, वहां डेंगू के मच्छर पनपते हैं। घरों में उपयोग किए जाने वाले कूलर, टंकी या अन्य बर्तन आदि को जहां पानी जमा होता हो, उसे सप्‍ताह में एक दिन ड्राई-डे मनाते हुए पानी को पूरा बदलना चाहिए।

 

जानिए डेंगू के लक्षण

डॉ. मिश्रा ने बताया की बरसात शुरू होते ही मच्छर जनित रोगों जैसे डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। तेज बुखार, बदन, सर एवं जोड़ों में दर्द, जी मचलाना एवं उल्टी होना, आंख के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक, मसूढ़ों से रक्तस्त्राव, काला मल का आना आदि डेंगू के लक्षण हैं। इस तरह के लक्षण हों तो अपने निकटतम शासकीय स्वास्थ्य केंद्र जाकर डेंगू की जांच अवश्य कराएं।

 

शरीर में 3 से 9 दिन रहता है डेंगू का असर

डॉ. मिश्रा ने बताया कि डेंगू का असर शरीर में 3 से 9 दिनों तक रहता है। इससे शरीर में अत्यधिक कमजोरी आ जाती है और शरीर में प्लेटलेट्स लगातार गिरने लगता है। इन लक्षणों के प्रति सावधान रहने की जरूरत है।

 

जानिए डेंगू से बचाव के उपाए

डेंगू से बचाव के लिए घर में साफ-सफाई पर ध्यान रखें व कूलर, गमले, बर्तन आदि में पानी जमा न होने दें या पानी रोज बदलें। सोते समय दिन हो या रात मच्छरदानी का उपयोग करें। पूरे शरीर को ढंकने वाले कपडे पहने एवं कमरों की साफ़-सफाई के साथ उसे हवादार रखें। घर के आसपास गंदगी जमा न होने दें। जमा पानी एवं गंदगी पर कीटनाशक का प्रयोग करें।

 

खाली बर्तन, टायर व पुराने बर्तन, फूलदान एवं अन्य समानों में पानी जमा न होने दें। जमे हुए पानी में मच्छर के लारवा दिखने पर , लर्विसायिड या मिट्टी का तेल डालें, 24 घंटे के बाद इस पानी को फेंके। मच्छरों से बचने घरों के दरवाजे व खिड़कियों में जाली जरूर लगाएं। डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर स्वास्थ्य की जाँच अवश्य कराएं।

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