इस जिले में खाद की कालाबाजारी पर प्रशासन सख्त, 7 कृषि केन्द्रों पर छापा, एक दुकान सील, 6 को नोटिस…
रायपुर। अवैध रेत पर कार्रवाई करने के बाद अब कलेक्टर सौरभ कुमार ने रासायनिक खादों की कालाबाजारी करने वालों पर शिकंजा कसने मुहिम छेड़ दिया है। खाद की कालाबाजारी और अधिक दामों पर बेचे जाने की खबरों को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने सभी एसडीएम और कृषि अधिकारियों को आज सुबह ही कड़ी कार्रवाई करने के निर्देंश दिए।
इसके बाद अफसर एक्शन मोड में आ गए और जिले के सात कृषि केन्द्रों पर छापा मार कार्रवाई हुई। इस कार्रवाई मंे एक दुकान को सील किया गया है। बाकी छह कृषि और बीज भण्डार केन्द्रों को अनियमितता पर नोटिस जारी किया गया है। इसके साथ ही नोटिस का जवाब भी तीन दिन के भीतर मांगा गया है।
इस संबंध में जिले के उप संचालक कृषि आरके कश्यप ने बताया कि आज सुबह ही समाचार के माध्यम सें खाद की कालाबाजारी और अधिक दामों पर बेचे जाने की खबर पर कलेक्टर ने जांच के निर्देंश दिए थे। मानसून आने से खेती किसानी का काम अब शुरू हो चुका है, ऐसे में खाद की कमी और ऊंचे दामों पर खाद बेंचने से किसानों को भारी असुविधा हो सकती है। किसानों की सुविधा के लिए कलेक्टर ने जिले के सभी कृषि एवं बीज भण्डार केन्द्रों की जांच करने को कहा है।
टीम बनाकर की गई कार्रवाई
कश्यप ने बताया कि आज 7 कृषि केन्द्रों की जांच के लिए फ्लाईंग स्कॉट टीम बनाकर भेजी गई थी। आरंग विकासखण्ड के समोदा में किसान बीज भण्डार में जांच के दौरान लाइसेंस धारी प्रोपराइटर की अनुपस्थिति में दूसरे लोग अवैध रूप से खाद एवं कीटनाशक दवाईयां बेचते मिले। दुकान को जारी लाइसेंस में उल्लेखित मापदण्डों का पालन नहीं करने पर किसान बीज भण्डार को तत्काल सील कर दिया गया है और लाइसेंस धारी प्रोपराइटर को नोटिस जारी किया गया है।
इन कृषि केन्द्रों को भेजा नोटिस
उप संचालक ने बताया कि, आरंग विकासखण्ड के कागदेही के साहू कृषि केन्द्र और बृजलाल कृषि केन्द्र की भी औचक जांच की गई है। र्फ्लाइंग स्कॉट टीम ने अभनपुर विकासखण्ड के गुलाटी कृषि केन्द्र और विशाल कृषि केन्द्र पर भी दबिश दी है। इसी तरह तिल्दा विकासखण्ड में राठी कृषि केन्द्र नेवरा और धरसीवां विकासखण्ड में ओम कृषि केन्द्र दोंदेकला की भी जांच की गई है। सभी कृषि केन्द्रों में जारी लाइसेंस में उल्लेखित मापदण्डों का पालन नहीं करना और बीज, खाद एवं कीटनाशक के भण्डारन और बिक्री में लापरवाही मिली है। लाइसेंस नवीनीकरण, स्टॉक बुक, मुल्य सूची का प्रदर्शन, उपलब्ध खाद का भौतिक स्टॉक का पीओएस मशीन से मिलान, बेची गई सामग्री का बिल बुक से मिलान, सोर्स प्रमाण पत्र, कीटनाशकों की वैधता के साथ-साथ बीज, खाद और दवाईयों के भण्डारण के तरीके का भी औचक निरीक्षण किया गया है। सभी दुकानों को लापरवाही और अनियमितता पर नोटिस जारी कर तीन दिनों में जवाब मांगा गया है।
अधिकारियों ने दुकानदारों को दी चेतावनी
इस दौरान फ्लाईंग स्कॉट में शामिल अधिकारियों ने दुकानदारों को केवल निर्धारित मूल्य पर ही खाद, बीज, दवायें बेचने के निर्देंश भी दिए है। अधिकारियों ने यह भी चेताया हैं कि चालू खरीफ मौसम में खेती-किसानी के समय किसानों को निर्धारित मूल्य से अधिक दामों पर बीज, खाद या दवाई बेचने के शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।