रायपुर। राजधानी रायपुर के कारोबारी पर पेट्रोल बम से जानलेवा हमला हुआ था लेकिन इस हमले में कारोबारी बच गए। क्योंकि पेट्रोल बम से हमला उनके घर में खड़ी कार में हुआ जिसमें कोई भी नहीं था। इस मामले में कार्रवाई करते हुए वारदात के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मुख्य आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी पतासाजी की जा रही है। जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पूर्व युवकों के बीच आपसी विवाद हुआ था ,जिसके कारण सबक सिखाने आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। यह पूरा मामला सिविल लाईन थाना क्षेत्र का है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 15 अगस्त को प्रार्थी प्रियेश बग्गा पिता सुरेन्द्र बग्गा उम्र 25 साल पता 1/49, व्हाइट हाउस, फारेस्ट आफिस कालोनी सिविल लाईन रायपुर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि यह दिनांक 14.08.2022 को रात्रि करीबन 10.45 बजे अपने निवास के अंदर था तभी बाहर से इंडिवर कार में आये अज्ञात व्यक्तियों द्वारा शराब की बॉटल में आग लगाकर घर की खिड़की में फेंककर फरार हो गये। प्रार्थी के रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 506/22 धारा 436,34 भादवि. पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।प्रकरण की गंभीरता को देखते हूए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन तथा थाना प्रभारी सिविल लाईन के नेतृत्व में थाना सिविल लाईन पुलिस की टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की खोजबीन की जा रही थी। इसी क्रम में प्रत्यक्षदर्शी गवाहों एवं प्रार्थी द्वारा एक सप्ताह पूर्व अंकुश सिंह राजपुत नामक व्यक्ति से प्रार्थी का वाद विवाद होना तथा उसके पास ग्रे कलर का इंडिवर कार होने की बात बताई गई। अंकुश सिंह राजपूत के संबंध पतासाजी पर ज्ञात हुआ कि वह षडयंत्रपूर्वक घटना को अंजाम देने योजना तैयार कर स्वयं को बचाने नागपुर चला गया ताकि किसी को उस पर शक न हो। प्रकरण मे अंकुश सिंह के घर जाकर अंकुश सिंह घर से बाहर होने से उसके भाई अमन सिंह से पूछताछ किया गया।
संदेही अमन सिंह के द्वारा लगातार पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। जिससे कड़ाई से पूछताछ करने पर अपने साथी ए. रामकुमार, चालक युवराज सिंह के साथ मिलकर अपने भाई अंकुश सिंह के बनाये आपराधिक योजना अनुसार घटना को अंजाम देना बताया। आरोपी अमन सिंह के निशानदेही पर ए. रामकुमार तथा युवराज सिंह को घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से पूछताछ करने पर बताये कि आरोपी अमन सिंह, ए. रामकुमार एवं युवराज सिंह तीनों साथ मिलकर नया रायपुर होटल मेफेयर के पास शराब पिये और फरार आरोपी अंकुश के कहने पर अमन, रामकुमार और युवराज के द्वारा एक राय होकर पूर्व में प्रार्थी के साथ हुए विवाद का बदला लेने के लिये अपने पिये हुए खाली शराब के बॉटल में गाड़ी में रखे लाल रंग के चिंदी को बॉटल में डालकर रास्ते में खड़े दो पहिया वाहन से पेट्रोल निकालकर डाले। जिसके पश्चात आरोपी अमन सिंह अपनी इंडिवर वाहन में सबको साथ लेकर प्रार्थी प्रियेश बग्गा के घर फारेस्ट आफिस कालोनी रात्रि लगभग 10.30 बजे गये और वहां शराब के बॉटल में भरे पेट्रोल वाले चिंदी को माचिस से आग लगाकर जानते हुए घर के अंदर फेंककर घटना को अंजाम देना बताये। आरोपीगण का उददेश्य प्रार्थी के घर में आग लगाकर नुकसान पहूंचाना था। आरोपी अमन सिंह के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त वाहन इंडिवर कार क्रमांक सीजी 07 बी.सी. 2907 को जप्त कर आरोपियों को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही किया गया है। प्रकरण के मुख्य आरोपी अंकुश सिंह घटना दिनांक से लगातार फरार है जिसकी पता तलाश जारी है।
गिरफ्तार आरोपी– 01- अमन सिंह पिता दिलीप कुमार उम्र 24 साल पता सन्यासी पारा, खमतराई रायपुर।
02- ए. रामकुमार पिता ऐ. अप्पा राव उम्र 24 साल पता सेक्टर 3, झण्डा चौक, खमतराई रायपुर।
03- युवराज सिंह पिता हरिशंकर सिंह उम्र 23 साल पता जागृति नगर, उरकुरा, खमतराई रायपुर।