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सनसनीखेज मामला: अलग-अलग टुकड़ों में बरामद हुआ युवक का शव, 6 आरोपियों को गिरफ्तार

दुर्ग।

जिले के भिलाई क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां पुलिस ने लापता युवक के शव को अलग-अलग टुकड़ों में बरामद किया है। मामले में पुलिस ने मृतक के मुंह बोले मामा सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं मामले में शामिल 4 आरोपी अभी फरार है। जिसकी तलाश जारी है।

मामले का खुलासा करते हुए एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि मृतक नीलेश डेहरे 23 वर्ष ग्राम डाढ़ी जिला बेमेतरा का रहने वाला था। वह कुछ माह से स्मृति नगर भिलाई में किराए से रहता था। बताया जाता है कि नीलेश को म्यूजिक का शौक था और वह अपना म्यूजिक एलबम लाने की तैयाशी कर रहा था। जिसके बाद 7 अक्टूबर से लापता वह लापता हो गया। परिजनों ने काफी खोजबीन करने के बाद इसकी गुमशुदगी की शिकायत थाने में की।

जिसके बाद पुलिस ने किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए मामले की जांच शुरू कर दी। तभी यह बात सामने आई कि नीलेश ने आरोपी से डेढ़ लाख रुपए उधारी लिया था। इसी को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस की जांच में नीलेश का लास्ट लोकेशन रायपुर के आगे सिमगा में मिला था। इसलिए पुलिस की टीम वहां पहुंची और तीन दिनों तक डेरा डालकर रखा था। जब नीलेश की काल डिटेल निकाली तो उसकी अंतिम बातचीत उसके मुंहबोले मामा और सिमगा के बदमाश मोंटू से हुई थी।

पुलिस ने मोंटू को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर नीलेश की हत्या कर दी। इसके बाद कुल्हाड़ी से उसके शरीर के कई टुकड़े करके अलग-अलग जगहों में फेंक दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने शिवनाथ नदी और महासमुंद जाने वाले रास्ते के जंगल से शव के कुछ टुकड़े बरामद किए हैं। पुलिस को शव के बीच का भाग मिला है, जिससे उसकी पहचान हो सकी।

वहीं पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी, चाकू, व डंडे बरामद कर लिये है। वहीं घटना में प्रयुक्त अर्टिका कार व मृतक की एक्टीवा भी आरोपियों के कब्जे से बरामद कर लिया गया है। पकड़े गए आरोपियों में अमरजीत उर्फ मोंटू, हरेन्द्र उर्फ फोकली, वरूण सोनकर, भोजराम निषाद, मनीष राव व भूपत साहू है। वहीं कुछ संदेही की तलाश अब भी पुलिस कर रही है। जिन्हे जल्द ही पकड़ लिया जायेगा।

घटना में शामिल आरोपी मोण्टू व वरूण से मृतक नीलेश ने करीब 1,60,000 रूपये उधार लिया था। साथ ही मोण्टू का एक एक्टीवा भी अपने पास रखा था, जो दे नहीं रहा था। जब भी ये एक्टीवा लेने जाते थे तो नीलेश पुलिस में रिपोर्ट करने की धमकी देता था। इसी बात से नाराज होकर मोण्टू अपने गैंग के वरूण, भोजराम व अन्य के साथ मिलकर किराये की एक अर्टिका कार बुक कर भिलाई आकर मृतक नीलेश को 7 अक्टूबर को अपहरण कर ग्राम कचकोन के एक नर्सरी में ले जाकर मारपीट कर हत्या कर दिए। फिर शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर उन्हें अलग-अलग चार बोरों में भर कर अलग-अलग स्थानो पर डिस्पोज कर दिये।

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