दही स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी,सर्दियों में दही खाना कितना सही है जानिए
दही स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है. इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी6 और बी 12 जैसे कई पोषक तत्व होते हैं. दही खाने से पाचन तंत्र सही रहता है और शरीर को भरपूर कैल्शियम मिलता है. प्रोबायोटिक होने के कारण दही शरीर को कई बीमारियों से बचाती है. गैस की समस्या से निजात दिलाती है. दही से शरीर का पीएच संतुलन होता है. खाने के बाद दही खाने से खाना भी अच्छी तरह से पचता है और पाचन तंत्र मजबूत होता है.
दांत, नाखून और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी दही लाभकारी है, क्योंकि इसमें कैल्शियम होता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं. पर सवाल यह उठता है कि जिस तरह से गर्मियों में हम खाने के बाद एक कटोरी दही लेते हैं या फिर खाने के साथ ही दही का सेवन करते हैं, उसी तरह क्या सर्दियों में भी दही का सेवन करना चाहिए. इसे लेकर आयुर्वेद और साइंस क्या कहता है. वैसे भी आपने अक्सर कई ऐसे लोगों को देखा होगा
जो सर्दियों में तबियत खराब होने के कारण दही का सेवन नहीं करते या फिर सर्दी-जुकाम के डर से दही से दूरी बना लेते हैं. अगर आयुर्वेद के हिसाब से देखें तो सर्दियों में दही का सेवन नहीं करना चाहिए. आयुर्वेद सर्दियों में दही सेवन को नुकसानदायक मानता है. क्योंकि आयुर्वेद के मुताबिक, दही की प्रकृति कफ बढ़ाने वाली है. सर्दियों में दही के सेवन से सर्दी-खांसी, जुकाम और सांस से जुड़ी हुई समस्याएं हो सकती हैं. बलगम स्राव बढ़ सकता है.
आयुर्वेद के मुताबिक, सर्दियों में और रात में दही खाना वर्जित है. अगर आपको पहले से ही खांसी और जुकाम हो रहा है या फिर सांस की दिक्कत है तो सर्दियों में दही न खाने की सलाह दी जाती है. पर साइंस की माने तो सर्दियों में भी दही का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होता है,
क्योंकि यह बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर है. इसमें मौजूद पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, फास्फोरस और विटामिन सेहत के लिए लाभकारी होते हैं. अगर आपको सांस की समस्या है, तो साइंस भी रात के वक्त दही खाने को मना करता है. क्योंकि ऐसा करने से बगलम पैदा हो सकता है और अस्थमा बढ़ सकता है.