सावधान! तेज अलार्म से अचानक जागना सेहत के लिए क्यों है खतरनाक, जानें दिल और दिमाग को नुकसान

नई दिल्ली। सुबह समय पर जागने के लिए अलार्म क्लॉक हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक अनिवार्य हिस्सा है। कई लोग गहरी नींद से झटके में जागने के लिए काफी तेज और तीखी आवाज़ वाला अलार्म लगाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपके दिल और दिमाग दोनों के लिए गंभीर रूप से नुकसानदेह हो सकती है? विशेषज्ञों का मानना है कि तेज अलार्म की आवाज से अचानक जागने पर हमारा शरीर तनाव की स्थिति में आ जाता है। आइए जानते हैं कि यह सामान्य सी आदत आपकी सेहत को कैसे गहरा नुकसान पहुंचा सकती है और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए।
दिल और दिमाग पर पड़ता है सीधा असर
जब आप गहरी नींद (Deep Sleep) में होते हैं और अचानक तेज अलार्म बजता है, तो शरीर इस झटके को खतरे के रूप में देखता है और तुरंत ‘फाइट या फ्लाइट’ (Fight or Flight) मोड में चला जाता है।
1. हृदय स्वास्थ्य (Heart Health) पर खतरा:
- रक्तचाप (Blood Pressure) में तेज़ उछाल: कई अध्ययनों से पता चला है कि अलार्म से अचानक जागने पर रक्तचाप में तेजी से वृद्धि होती है। वर्जीनिया यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के अनुसार, अलार्म से जागने वालों का ब्लड प्रेशर, प्राकृतिक रूप से जागने वालों की तुलना में 74% अधिक बढ़ा हुआ पाया गया।
- हृदय गति (Heart Rate) में वृद्धि: अचानक झटके से जागने पर हृदय गति तेज हो जाती है और हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। लगातार ऐसा होने से हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और दिल के दौरे का खतरा बढ़ सकता है, खासकर उन लोगों में जिन्हें पहले से ही हृदय संबंधी समस्याएं हैं।
- कोर्टिसोल का स्राव: तनाव हार्मोन कोर्टिसोल (Cortisol) और एड्रेनालाईन का स्तर अचानक बढ़ जाता है, जो लंबे समय तक हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
2. दिमागी कार्यक्षमता (Cognitive Function) पर नकारात्मक प्रभाव:
- नींद की गुणवत्ता खराब होना: अलार्म आपकी प्राकृतिक नींद चक्र को बीच में ही तोड़ देता है, जिससे नींद की गुणवत्ता खराब होती है। शरीर पूरी तरह से आराम नहीं कर पाता है, जिससे आप दिनभर थका हुआ और सुस्त महसूस करते हैं।
- स्लीप इनर्शिया : गहरी नींद के दौरान जबरन जागने से ‘स्लीप इनर्शिया’ की स्थिति पैदा होती है। इसमें व्यक्ति जागने के बाद भी दो घंटे तक भ्रम, थकावट और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई महसूस कर सकता है।
- चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स: तनाव हार्मोन के अचानक बढ़ने से दिन की शुरुआत ही तनावपूर्ण हो जाती है, जिससे चिड़चिड़ापन, बेचैनी और मूड स्विंग्स की समस्या हो सकती है।
स्वस्थ तरीके से जागने के सरल उपाय
अलार्म का उपयोग करना पूरी तरह गलत नहीं है, लेकिन इसे इस्तेमाल करने का तरीका बदलना जरूरी है।
- धीरे-धीरे आवाज़ बढ़ाएं: अपने अलार्म की टोन को तेज या झटकेदार रखने के बजाय, कोई शांत संगीत या प्रकृति की आवाज़ (Melodic Tone) चुनें, जिसकी आवाज़ धीरे-धीरे बढ़ती जाए।
- स्नूज़ बटन से बचें: बार-बार स्नूज़ बटन दबाने से बचें। यह आपकी नींद की गुणवत्ता को और भी अधिक बिगाड़ता है। एक ही अलार्म लगाएं और उसी समय उठने की आदत डालें।
- नियमित नींद का समय: सबसे महत्वपूर्ण है कि आप रात में पर्याप्त नींद लें। हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने की कोशिश करें ताकि आपका शरीर अपने आप प्राकृतिक रूप से उठने के लिए अभ्यस्त हो जाए।



