पूर्व विधायक सहित 8 लोगो पर गैंगरेप का मामला दर्ज
जोधपुर। जोधपुर में एक महिला ने बाड़मेर के एक पूर्व विधायक और एक आरपीएस अधिकारी समेत नौ लोगों के खिलाफ उसके साथ बलात्कार करने और उसकी किशोर बेटी से छेड़छाड़ करने के आरोप में मामला दर्ज कराया है। महिला का इल्जाम है कि दो साल पहले पूर्व विधायक मेवाराम जैन और आरपीएस अधिकारी आनंद सिंह राजपुरोहित सहित नौ लोगों उसके साथ गैंगरेप किया था और उसकी बेटी के संग छेड़छाड़ की थी। दरअसल, इस सनसनीखेज आरोप के चलते बुधवार की रात जोधपुर के राजीव गांधी नगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है. महिला ने एफआईआर में यह भी आरोप लगाया है कि आरोपी ने उसकी एक नाबालिग दोस्त के साथ भी बलात्कार किया था और उस पर अन्य लड़कियों को अपने पास लाने का दबाव डाला था. आरोपियों में दो पुलिस वालों बाड़मेर एसएचओ (SHO) गंगाराम खावा और सब इंस्पेक्टर दाउद खान का नाम भी शामिल है. साथ ही प्रधान गिरधारी सिंह सोढ़ा भी इस गुनाह में शामिल था।
इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर की पुष्टि करते हुए SHO शकील अहमद ने पीटीआई को बताया कि मेवाराम जैन और 8 अन्य लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, डराने-धमकाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज की गई है. पुलिस अधिकारी शकील के मुताबिक, पीड़िता ने आरोप लगाया है कि जैन 2021 से उसके साथ बलात्कार कर रहा है, जबकि राम स्वरूप, जिसने उसे जैन से मिलवाया था, वो पांच साल से उसके साथ बलात्कार कर रहा है। पीड़ित महिला का आरोप है कि उसके पिता की बीमारी के कारण वह करीब पांच साल पहले बाड़मेर के रामस्वरूप के संपर्क में आई थी और उसने उसे मदद करने का आश्वासन दिया था. लेकिन रामस्वरूप ने उसकी कमज़ोरी का फ़ायदा उठाते हुए उसके साथ बलात्कार किया. यही नहीं आरोपी ने रेप के वक्त उसकी अश्लील वीडियो भी रिकॉर्ड कर ली. और लगातार उसका यौन शोषण करता रहा।
पीड़िता के मुताबिक, रामस्वरूप ने साल 2021 में उसके फ्लैट पर उसे बाड़मेर के तत्कालीन विधायक मेवाराम जैन से मिलवाया. आरोप है उस दिन उन दोनों ने उसके साथ बलात्कार किया और तब से वे लगातार उसके साथ बलात्कार कर रहे हैं. आरोपियों ने पीड़िता की किशोर बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की और उसकी एक सहेली के साथ बलात्कार किया. वो लगातार पीड़िता पर अन्य महिलाओं को भी उनके पास लाने का दबाव बनाते रहे। आरोपियों के साथ-साथ पुलिसवाले भी इस मामले में शामिल थे. पीड़िता का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों और अन्य आरोपियों ने उसे इस मामले का खुलासा न करने की धमकी दी और उसे कुछ खाली कागजों पर साइन करने के लिए भी मजबूर किया। आरोपी राम स्वरूप ने नवंबर 2022 में बाड़मेर में दो महिलाओं समेत पांच लोगों के खिलाफ सेक्सटॉर्शन और 50 लाख रुपये की मांग का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
जानकारी के अनुसार, मेवाराम जैन कांग्रेस के टिकट पर तीन बार बाड़मेर सीट से विधायक रह चुके हैं. हालांकि, वह पिछला चुनाव भाजपा की बागी प्रियंका चौधरी से हार गए थे. मेवाराम जैन गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं. एक साल पहले मेवाराम जैन की कुछ स्पष्ट तस्वीरें और सीडी सामने आई थीं. तब मेवाराम ने उन तस्वीरों और सीडी के साथ छेड़छाड़ होने का दावा किया था और उन्होंने बाड़मेर के कोतवाली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। इधर, प्रवर्तन निदेशालय, जयपुर की जोनल यूनिट ने इस मामले में कथित तौर पर 5 करोड़ रुपये का लेनदेन होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद इस संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) का मामला दर्ज किया गया है. अब इस मामले की छानबीन भी चल रही है।