रायपुर छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज एक बार फिर से बिलासपुर सीवरेज का मुद्दा गूंजा। शून्यकाल में विधायक धर्मजीत सिंह, शैलेष पांडेय ने इस मुद्दे को उठाया। नेताद्वय ने कहा कि बिलासपुर का सीवरेज जी का जंजाल बन गया है। आये दिन इस सीवरेज की वजह से दुर्घटनाएं होती रही है। पिछले दिनों ने 17 साल के एक बच्चे की सीवरेज के लिए बनाये गये गड्ढे में डूबकर मौत हो गयी। विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि सीवरेज के लिए जहां-जहां गड्ढे किये गये हैं, वहां सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिये। इस मामले में अधिकारियों पर कार्रवाई के साथ-साथ कलेक्टर और कमिश्नर को निर्देशित करने की मांग की गयी, कि गड्ढे के आसपास सुरक्षा की उचित व्यवस्था की जाये।
वहीं बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय इस मामले को उठाते कहा कि आये दिन सीवरेज की वजह से बिलासपुर में हादसे होते रहते हैं। अब तक कई लोगों की सीवरेज की वजह से मौत भी हो गयी है। विधायक पांडेय ने इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पिछले दिनों 17 साल के एक लड़के की मौत पर पीड़ित परिवार को 10 लाख मुआवजा देने की मांग की। शैलेष पांडेय ने कहा कि सीवरेज परियोजना बिलासपुर में पूरी तरह से फेल हो चुकी है। अब तक इसकी टेस्टिंग भी पूरी नहीं हो सकी है। जगह-जगह सीवरेज के नाम पर गड्ढे खोद दिये गये हैं, जिसकी वजह से आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। उन्होंने पिछले दिनों हुई 17 साल के लड़के की मौत पर दुख जताया।
योजना में जाँच की माँग और अधिकारियों और ठेकेदार पर कार्यवाही की माँग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने जांच के निर्देश दिये, जिसके बाद मंत्री रविंद्र चौबे ने इस प्रकरण में जांच की घोषणा की। घटना को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने विभागीय मंत्री को मामला संज्ञान में लेने के लिए निर्देशित किया, जिसके बाद संसदीय कार्य मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने जाँच की घोषणा की। आपको बता दें कि बिलासपुर के तोरवा में आदित्य वैष्णव नाम के बच्चे की सिवरेज में डूबने से मौत हुई है।