
सब इंजीनियर 30 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, एसीबी को लंबे समय से मिल रही थी शिकायत
रायपुर। सुकमा जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) जगदलपुर की टीम ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (R.E.S.) के उप अभियंता प्रदीप कुमार बघेल को 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 17 नवंबर 2025 को छिंदगढ़ क्षेत्र में की गई।
ग्राम पंचायत चिरउवाडा के सचिव मनीराम कश्यप ने ACB में शिकायत दर्ज कराई थी कि वर्ष 2023–24 में जनपद पंचायत छिंदगढ़ के लिए 6 लाख रुपये की लागत से पुलिया निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ था। निर्माण कार्य पूरी तरह पूरा भी हो चुका था, लेकिन उप अभियंता प्रदीप बघेल मूल्यांकन रिपोर्ट देने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था।
मूल्यांकन रिपोर्ट के बदले मांगी 30,000 की रिश्वत
शिकायतकर्ता मनीराम कश्यप ने ACB को बताया कि जब वे मूल्यांकन रिपोर्ट के लिए उप अभियंता से मिले, तो अभियंता ने खुले तौर पर 30,000 रुपये रिश्वत देने की मांग की। कश्यप रिश्वत नहीं देना चाहते थे और आरोपी को रंगे हाथों पकवाना चाहते थे। शिकायत मिलते ही ACB ने सत्यापन प्रक्रिया शुरू की, जिसमें रिश्वत मांगने के आरोप की पुष्टि हुई। सत्यापन के दौरान आरोपी ने 30,000 रुपये लेने की सहमति जताई थी।
अतिरिक्त 40,000 रुपये की भी की मांग
ACB की रिपोर्ट के अनुसार, सत्यापन के समय आरोपी उप अभियंता ने पुराने भवन के मूल्यांकन के लिए भी अतिरिक्त 40,000 रुपये कमीशन की मांग कर भ्रष्टाचार की अपनी मंशा और स्पष्ट कर दी। इस बड़े भ्रष्टाचार संकेत के बाद ACB ने आरोपी को पकड़ने के लिए ट्रैप की योजना बनाई।
ट्रैप में रंगे हाथों पकड़ा गया अभियंता
17 नवंबर को ACB की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से ट्रैप बिछाया और आरोपी को उसके घर पर शिकायतकर्ता से पहली किस्त के रूप में 30,000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के हाथों और घटनास्थल से बरामद नोटों की पुष्टि फिनॉलफ्थेलीन टेस्ट से की गई, जो पॉजिटिव पाया गया।
घर से मिले कई दस्तावेज
ट्रैप कार्रवाई के बाद जब ACB ने आरोपी के घर की तलाशी ली, तो वहां से कई चल-अचल संपत्ति से जुड़े दस्तावेज, निवेश कागजात और बैंक संबंधी रिकॉर्ड बरामद किया गया। इन सभी दस्तावेजों की विस्तृत जांच ACB द्वारा जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपी की संपत्ति उसके वैध आय स्रोतों से अधिक है या नहीं।
पीसी एक्ट के तहत कार्रवाई जारी
उप अभियंता प्रदीप कुमार बघेल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 (संशोधित अधिनियम 2018) के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आरोपी से पूछताछ और उसके वित्तीय रिकॉर्ड की जांच जारी है।
जिले में भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार
ACB की इस कार्रवाई को सुकमा जिले में भ्रष्टाचार पर एक सशक्त प्रहार के रूप में देखा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए मिलने वाली राशि में भ्रष्टाचार की शिकायतें अक्सर सामने आती हैं, ऐसे में यह गिरफ्तारी अन्य भ्रष्ट अधिकारियों के लिए भी कड़ा संदेश है।



