छत्तीसगढ़

एक्शन मोड पर पुलिस, रायगढ़ में एसपी संतोष सिंह के अभियान से बच नहीं सके गुंडे-बदमाश, खोज कर पेश किया गया न्यायालय में

 

रायपुर। रायगढ़ पुलिस एक्शन मोड पर आ चुकी है। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के विशेष अभियान से अब गुंडे और बदमाश ज्यादा दिनों तक छुप कर नहीं बैठ सकते हैं। अपराधियों की तलाश कर उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है। एसपी संतोष सिंह की पहचान उनके कुशल नेतृत्व से है।

बड़ी से बड़ी चुनौतियों को अपने कुशल मार्गदर्शन में निपटाकर एसपी सिंह ने स्वयं को साबित किया है। अपने एसपी के मार्गदर्शन में रायगढ़ पुलिस ने बेहतर पुलिसिंग की मिसाल पेश की है। इसी क्रम में अब रायगढ़ पुलिस ने एसपी संतोष कुमार सिंह के मार्गदर्शन में विशेष अभियान छेड़ा है। सप्ताह भर के विशेष अभियान में 170 से अधिक फरार स्थायी वारंटी को न्यायालय पेश किया गया। 400 से अधिक समंस/वारंट की तामिली की गई।

बता दें कि इन दिनों रायगढ़ पुलिस आरोपियों, गुंडा-बदमाश व वारंटियों पर ताबड़-तोड़ कार्रवाई कर रही है। अभियान में 57 प्रकरणों में 68 फरार वांछित आरोपियों को दूसरे जिलों/प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। सभी थाना में कुल 220 गुंडा व निगरानी बदमाशों की जांच कर उन्हें अपराधों से दूर रहने की हिदायत दी गई। 16 जून से एक सप्ताह का विशेष अभियान पूरे जिले में चलाया था। इसमें 156 स्थाई वारंटी, 15 गिरफ्तारी वारंटी और 257 जमानती वारंट व समंस की तामिली की गई। अभियान दौरान लंबित गंभीर मामलों के फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है।

तामिल किए गए स्थायी वारंटियों की भी अनोखी कहानी है । कई ऐसे वारंटी थे, जिन्हें वारंट जारी होने की जानकारी नहीं थी। कई शातिर आरोपी जिले के अपराध में संलग्न होने से न्यायालय से वारंट जारी किए जाने पर पहचान छिपाकर सीमावर्ती जिलों में गुजर-बसर करने लगे थे।

 

दरअसल चौकी कनकबीरा का फरार स्थाई वारंटी पुरुषोत्तम चौहान पर दहेज प्रताड़ना के मामले में जेएमएफसी सारंगढ़ के न्यायालय ने स्थायी वारंट जारी किया गया था। चौकी प्रभारी कनकबीरा गिरधारी साव लगातार वारंटी के घर पर दबिश दे रहे थे। वारंटी फरार था, मुखबिर लगाने पर जानकारी मिली कि वारंटी रायपुर में सिक्योरिटी गार्ड का काम कर रहा है, जिसे गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। चौकी जूटमिल का स्थायी वारंट मुन्ना उर्फ दीपक सिदार जांजगीर के होटल में अपनी पहचान छिपाकर काम कर रहा था ।

 

चोरी के मामले का स्थायी वारंटी रंजन गोड़, जूटमिल झोपड़ीपारा पिछले 10 साल से दूसरे राज्य जाकर छिपा था जो अपने परिचितों से यहां की जानकारी लेते रहता था। कुछ दिन पहले रंजन गोड़ सब्जी बेचने के काम में लग गया था,जिसकी जानकारी मिलने पर वारंट की तामिली करते हुए रंजन गोड़ को न्यायालय पेश किया गया। जूटमिल का ही स्थायी वारंटी सुशील चौहान पहचान छिपाकर आॅटो चला रहा था, लॉकडाउन के कारण बाहर रहने से पेशी पर उपस्थित नहीं हो पाना बताया ।

 

जमानतीय अपराधों के आरोपी भी लंबे समय से न्यायालय उपस्थित नहीं हो रहे थे, वारंट के जारी होने पर पुलिस टीम फरार वारंटियों के सकुनत दबिश देकर परिवारजनों को न्यायालय उपस्थित होने की हिदायत दी जा रही थी, लगातार दबाव बनाने पर कई वारंटी गांव आये,जिन्हें न्यायालय पेश किया गया है।

अभियान दौरान पुलिस कई गंभीर अपराधों के आरोपियों को दूसरे प्रांत से पकड़ कर लाई है । लॉकडाउन के दौरान न्यायालय के आदेश पर जमानती/समंस न्यायालय जमा किया गया था । न्यायालयीन कार्य सुचारू रूप से आरंभ होने से अब लगातार वारंट व समंस थाना, चौकी को प्राप्त हो रहे हैं । अभियान दौरान रिकार्ड 428 स्थायी, गिरफ्तारी, जमानती वारंट और समंस की तामिली कर न्यायालय पेश किया गया है ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button