छत्तीसगढ़ में पुलिस कैम्प के विरोध में उतरे ग्रामीण, कहा – मांग पूरी होने तक करेंगे आंदोलन
दंतेवाड़ा। जिले में पुलिस कैंप के विरोध में एक बार फिर ग्रामीण विरोध उतरे हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्र नहाड़ी गांव में पिछले 2 दिनों से ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस आंदोलन में मूलवासी बचाओ मंच, जेल बंदी रिहाई समिति और आदिवासी युवा छात्र संगठन के लोग शामिल हुए हैं। आंदोलन में एक तरफ जहां पुलिस कैंप न खोलने की मांग उठी तो वहीं दूसरी तरफ बेरोजगार युवाओं को भत्ता, समर्थन मूल्य देने की भी मांग की गई है।
विरोध में शामिल सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ और गिरफ्तारी जैसे गंभीर आरोप लगाए है। साथ ही पुलिस ने जिस महिला नक्सली को गिरफ्तार कर जेल में डाला है, ग्रामीणों ने उसे निर्दोष आदिवासी बताया है। इस आंदोलन में हिड़मे की रिहाई की भी मांग उठी है। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ ग्रामीणों ने भी जमकर नारेबाजी की। नहाड़ी में पुलिस कैंप के विरोध में आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीण भी शामिल हुए हैं। इसमें पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या ज्यादा देखने को मिली है।
नहाड़ी गांव में सुरक्षाबलों का कैंप खुलने की भनक लगते ही इलाके के ग्रामीण विरोध पर उतर आए। आंदोलन कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि हमें गांव में स्कूल, तालाब, डबरी, सोलर, कुआं, हैंडपम्प और अस्पताल चाहिए लेकिन कैंप नहीं। जब तक यहां से कैंप स्थापित करने का निर्णय वापस नहीं लिया जाता, तब तक हम इसी तरह आंदोलन करते रहेंगे।