छत्तीसगढ़ में जनपद सदस्य से जमकर मारपीट, मामला जान हैरत में पड़ जाओगे आप
दुर्ग । जिले के गाड़ाडीह में जमीन विवाद को सुलझाने एक पक्ष की तरफ से जनपद सदस्य खिलेश यादव पहुंचे। दूसरे पक्ष ने गांव के त्रिलोचन पांडेय को बुला लिया। दूसरे पक्ष की तरफ से त्रिलोचन पांडेय ने बोलना शुरू किया तो उनकी बात खिलेश यादव को नागवार गुजरी। उन्होंने त्रिलोचन के साथ धक्का मुक्की की।
मामले की जानकारी जब त्रिलोचन पांडेय के लड़कों पता चली तो खिलेश यादव के पास पहुंचे। जहां दोनों के बीच मारपीट हो गई। जिसका वीडियो वायरल हो गया। वीडियो के आधार पर पुलिस ने एक पक्ष के खिलाफ मारपीट का प्रकरण दर्ज कर दिया। जबकि दूसरा पक्ष भी खिलेश यादव द्वारा किया गया धक्का मुक्की का वीडियो दिखाया, लेकिन पुलिस ने आवेदन लेकर चलता कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक उतई थाना पुलिस ने बताया कि घटना गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे की है। ग्राम गाड़ाडीह के नोहर सिंह और पंजाब राव के बीच रास्ते को लेकर जमीन विवाद था। इस मामले में समझौता कराने नोहर सिंह ने जनपद सदस्य खिलेश यादव को बुलाया था। उधर पंजाब राव ने पंच के तौर पर उसी गांव के त्रिलोचन पांडेय को बुलाया। इस बीच जमीन को लेकर बात चल ही रही थी कि खिलेश यादव और त्रिलोचन पांडेय के बीच विवाद हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर सरपंच मनीष वर्मा भी मौके पर पहुंच गए थे।
मामले में सरपंच ने मध्यस्थता करते हुए दोनों का विवाद शांत कराया और त्रिलोचन पांडेय को घर भेज दिया। कुछ ही देर बाद त्रिलोचन की तरफ से दो युवक पहुंचे और खिलेश यादव के साथ मारपीट की। मामले में खिलेश यादव की शिकायत पर त्रिलोचन पांडेय समेत अन्य के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।
वहीं त्रिलोचन पांडेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब राव की तरफ से गया था। उसकी तरफ से मैंने पक्ष रखा। इस पर जनपद सदस्य खिलेश यादव भड़क गए। तुम्हें कौन बुलाया है। उन्हें बताया कि पंजाब राव के बुलावे पर आया हूं। न्यायसंगत बात की जानी चाहिए। इस पर खिलेश यादव ने धक्का देते हुए जमीन पर गिरा दिया। जिससे सिर पर ईंट लग गई और जख्म हो गया। इसके बाद भी हाथापाई पर उतारू हो गया। इस घटना की जानकारी लड़कों को हुई तो वे पूछने खिलेश के पास पहुंचे। उनसे भी विवाद कर लिया। जिसका वीडियो वायरल कर दिया। जबकि अपनी वीडियो को न तो पुलिस को दिखाया और न ही वायरल किया।
जनपद सदस्य खिलेश यादव ने बताया कि त्रिलोचन की गांव में कोई अहमियत नहीं है। किसी भी काम में वह टांग अड़ाता है। खुद ही सरपंच की तरह अपने को प्रजेंट करने लगता है। इस मामले में उसे किसी ने नहीं बुलाया था। बेवजह आकर अपनी हैकड़ी दिखाने लगा। इसके बाद उसके लड़के मिलकर जनप्रतिधि होने के बावजूद मारपीट की। जनप्रतिनिधि नहीं सुरक्षित है तो कैसे चलेगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
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