इस जिले में बारिश ने मचाई तबाही, फसल बर्बाद होने से हुआ किसानों को लाखों का नुकसान
बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में शनिवार शाम हुए बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. एक तरफ आंधी तूफान और ओलावृष्टि से बस्तर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह पेड़ धराशाई हो गए है और बिजली के खंभे भी उखड़ गए हैं.
किसानों को हुआ है लाखो का नुकसान-
दूसरी तरफ किसानों को भी इस ओलावृष्टि से फसल बर्बाद होने से लाखों रुपए का नुकसान पहुंचा है. लगभग 2 घंटे के बारिश में आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया. वहीं जिले के कई क्षेत्रों में आंधी तूफान की वजह से पिछले 15 घंटे से बिजली गुल है और ग्रामीण अंचलों में आवागमन भी प्रभावित हो गया है. वहीं किसानों के फसल भी बुरी तरह से बर्बाद हो गई है.
फसलों को पहुंचा भारी नुकसान-
सबसे बुरा हाल बस्तर जिले के बकावंड क्षेत्र का है जहां अलग-अलग किसानों के द्वारा लगभग 60 एकड़ में लगाए गए टमाटर की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. इसके अलावा कुंदरू ,खीरा और तरबूज की फसल भी काफी बड़े पैमाने पर बारिश के साथ ओले गिरने से बर्बाद हो चुकी है. जिससे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचा है. किसानों का कहना है कि रविवार शाम हुए 2 घंटे की बारिश आफत की बारिश बनकर गिरी और आंधी तूफान से उनके लाखों रुपए की लागत से लगाया गया फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है.
अगले कुछ दिनों तक होगी तेज बारिश
इधर जिले में केवल हरी सब्जियों के फसलों को नहीं बल्कि बस्तर की महुआ, आम की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. वहीं मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि आने वाले 3 से 4 दिनों तक आंधी तूफान के साथ तेज बारिश होने की पूरी संभावना है और ओलावृष्टि भी हो सकती है. वैज्ञानिक ने बताया कि द्रोणिका का असर पूरे दक्षिण बस्तर में देखने को मिल रहा है और बस्तर आने वाले 2 से 3 दिनों तक ऐसे ही मौसम बने रहने की संभावना है.