छत्तीसगढ़

Crime News: राजधानी में 50 लाख लूट मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को किया गिरफ्तार, इनमें 2 नाबालिग, ऐसे दिया था वारदात को अंजाम

रायपुर। राजधानी के माना थाना क्षेत्र में व्यापारी के साथ हुई 50 लाख की लूट मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें 2 आरोपी नाबालिग है, वहीं 3 आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे है। जिसमें अपराध का मास्टरमाइंड देवेंद्र धृतलहरे भी शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 7,95,400 रूपये, एटीएम कार्ड और बैंक पास बुक ज़ब्त किया है।

 

इसके साथ ही 5 नग मोबाईल फोन और 5 मोटर सायकल भी पुलिस ने ज़ब्त किया है। सभी आरोपियों के खिलाफ माना थाना में धारा 395 के तहत अपराध दर्ज किया है। वहीं फरार आरोपियों की तलाश पुलिस लगातार कर रही है।

हेमालि का काम करने वाला निकला मास्टरमाइंड
50 lakh robbery case : मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तारकेश्वर पटेल ने बताया कि पुलिस को डूमरतराई थोक बाजार में काम करने वाले देवेन्द्र धृतलहरे और अजय उर्फ अज्जू के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा देवेन्द्र धृतलहरे की पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज तथा स्थानीय स्तर पर बारिकी से लगाये गये मुखबीरों के द्वारा केन्द्री एवं अभनपुर के कुछ युवकोें के द्वारा घटना में शामिल होने की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई थी। जिसमें केन्द्री अभनपुर निवासी शिव कुमार कोसले का नाम प्रमुख रूप से होना पाया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा शिव कुमार कोसले की पतासाजी कर पकड़ा गया।

शिव कुमार कोसले से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार से घटना में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। जिस पर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर शिव कुमार कोसले द्वारा घटना में अपनी संलिप्तता होना बताने के साथ ही उक्त घटना को अन्य आरोपियों के साथ मिलकर कारित करना स्वीकार किया। शिवकुमार के कबूलनामे के आधार पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों में दो नाबालिगों के संलिप्त होने की भी पुष्टि हुई है।

लूट का मास्टर माइंड हमाल देवेन्द्र धृतलहरे और अजय उर्फ अज्जू

पूछताछ में आरोपी शिव कुमार कोसले ने बताया कि पूरे घटना का मास्टर माइंड देवेन्द्र धृतलहरे एवं अजय उर्फ अज्जू है जो कि पूर्व में डूमरतराई थोक बाजार में हमाली का काम कर चुके थे। साथ ही आरोपियों को पता था कि, व्यापारी नरेन्द्र खेत्रपाल हर दिन शाम के समय में अपने बैग में रखकर नगदी रकम को लाने ले जाने का काम करता है।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए देवेन्द्र धृतलहरे एवं अजय उर्फ अज्जू ने अभनपुर, मुजगहन,माना के अपने परिचितों के साथ मिलकर नगदी रकम लूट करने की योजना बनायी। योजना के अनुसार घटना के लगभग 10 दिन पूर्व देवेन्द्र धृतलहरे द्वारा शिव कोसले को दोपहर 1 से 1:30 बजे के मध्य फोन कर शाम को 5 से 06 बजे के मध्य माना तूता रोड़ स्थित मनोपचार केन्द्र के पास जंगल में मुलाकात किये थे। सभी आरोपी एक दूसरे से सिम बदलकर मोबाईल फोन पर बात करते थे।

व्यापारी को स्कूटी से गिराकर लूट की बनाई थी योजना
घटना वाली 16 मई शाम 7 बजे अलग- अलग मोटर सायकल में कुल 11 आरोपी सवार होकर डूमरतराई थोक बाजार के आसपास कुछ – कुछ दूरी पर रूक कर व्यापारी का इंतजार करने लगे। एस पुरे घटना को देवेन्द्र धृतलहरे और अजय मोटर सायकल में सवार होकर लीड़ कर रहे थे। साथ ही सभी आरोपी डण्डे से लैस थे।व्यापारी करीबन 8ः30 बजे डूमरतराई थोक बाजार स्थित अपने दुकान/आॅफिस से घर जाने निकला तभी आरोपी अपने मोटर सायकल से पीछा किये।

प्रार्थी के आसपास मोटर सायकल को चलाते हुए उसके वाहन को धक्का मारकर गिराने का प्रयास किये जिसमें आरोपी असफल रहें। इसके बाद बाइक को तेज चलाकर व्यापरी को पीछे से सिर व पीठ में डंडा मारकर उसे लहुलूहान हालत में नीचे गिरा दिए। प्रार्थी के नीचे गिरने के दौरान आरोपी बैग से नगदी रकम व कागजात को लूट कर अलग-अलग दिशा में फरार हो गये। घटना के 2 दिवस बाद आरोपी देवेन्द्र धृतलहरे, अजय उर्फ अज्जू एवं शिव कुमार कोसले आपस में रकम बांटे थे।

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