छत्तीगसढ़ भाजपा में भारी उठा-पटक देखने को मिल रही है। अप्रत्याशित रूप से प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया गया और अब छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बदलने की तैयारी की जा रही है। बुधवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में इस पर बड़ा फैसला हो सकता है। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वारी देवी भी शामिल हो रही हैं। इस बैठक में प्रदेश के सह प्रभारी नितिन नवीन और संगठन के महामंत्री अजय जामवाल खुद मौजूद रहेंगे।सूत्रों के अनुसार आगले साल छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नो रिस्क मूड में है। बताया जा रहा है नेता प्रतिपक्ष के रूप में धरमलाल कौशिक के काम से संगठन खुश नहीं है और इसलिए यह बदलाव किया जा रहा है। फिलहाल नेता प्रतिपक्ष किसे बनाया जाएगा इस पर संस्पेस बरकरार है। लेकिन माना जा रहा है भाजपा संगठन ने चार से पांच नामों का एक पैनल बनाया है जिसमें से नेता प्रतिपक्ष का चयन किया जाएगा। दोपहर बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा का नया नेता प्रतिपक्ष का मिल सकता है।
प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी करेंगी ऐलान
भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को विधायक दल की बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी देवी नेता प्रतिपक्ष का ऐलान कर सकती हैं। बताया जा रहा है कि नए नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर भाजपा की नीति भी अलग है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जातिगत समीकरण भी देखना जरूरी है इसे देखते हुए यह माना जा रहा है छत्तीसगढ़ की जातिगत समीकरण को देखते हुए ही नेता प्रतिपक्ष का चयन किया जाएगा।
इन नामों को लेकर है चर्चा
वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक हैं। नए नेता प्रतिपक्ष के लिए चार नाम सामने आए हैं और इनमें से एक का चयन हो सकता है। इस सूची में कुरुद विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा व नारायण चंदेल के नाम शामिल है। आज होने वाली विधायक दल की बैठक के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि इनमें से कोई नेता प्रतिपक्ष बनता है कि कोई पांचवा नाम सामने आएगा।
प्रदेश अध्यक्ष बदलने के बाद शुरू हुई चर्चा
छत्तीसगढ़ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बदलने के बाद से ही नेता प्रतिपक्ष को बदले जाने की चर्चा शुरू हो गई थी। संगठन ने अचानक निर्णय लेते हुए विष्णुदेव साय को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर बिलासपुर के सांसद अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। इसमें भी माना जा रहा है कि भाजपा ओबीसी वोटर्स को साधने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष में बदलाव किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष के बाद युवा मोर्चा में भी बड़ा बदलाव किया जा सकता है।