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स्मार्ट सिटी के बूढ़ातालाब के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट को मिली बेस्ट प्रोजेक्ट का अवार्ड

रायपुर  |  सूत्रों के मुताबिक तालाबों के रायपुर माॅडल को इस स्टडी के बाद देश के कई शहरों में स्मार्ट सिटी की तरफ से लागू किया जा सकता है और कई शहर इसे अपना भी सकते हैं।केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय ने रायपुर में स्मार्ट सिटी के तालाबों को संवारने के प्रोजेक्ट पर फेलोशिप स्टडी के लिए एक टीम भेज दी है।

खास बात यह है कि स्मार्ट सिटी रायपुर को बूढ़ातालाब के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए हाल में बेस्ट प्रोजेक्ट का अवार्ड दिया गया है। वाशिंगटन (अमेरिका) बेस्ट स्मार्ट सिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने ये अवार्ड दिया है।

रायपुर के बूढ़ातालाब के प्रोजेक्ट में तालाब के 28.1 हेक्टेयर जलीय क्षेत्र को विकसित कर 1400 वर्गमीटर में वेंडिंग जोन और 700 वर्ग मीटर में फ्लोटिंग डेक बनाया गया है। अनुमान है कि यहां रोजाना औसतन 4 हजार लोग आ रहे हैं। रायपुर में सबसे पहले स्मार्ट सिटी ने तेलीबांधा तालाब की जैविक तरीके से सफाई की थी। शेष|पेज 10

इसके अलावा, बाकी तालाबों को लेकर भी करीब 250 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया गया। इस प्लान में तालाबों के सौंदर्यीकरण के साथ पानी में आक्सीजन लेवल घटने को रोकने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाना भी है।

अफसरों के मुताबिक देश के चुने हुए सौ स्मार्ट शहरों में केवल रायपुर में ही हर तालाब को अलग-अलग थीम पर विकसित किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय शहरी मंत्रालय की फेलोशिप टीम सौंदर्यीकरण की स्टडी के साथ रायपुर में स्मार्ट सिटी के पूर्ण प्रोजेक्ट पर शो-केस बना रही है, ताकि बाकी शहरों को लर्निंग मिले। स्मार्ट सिटी के एमडी मयंक चतुर्वेदी के अनुसार हर प्रोजेक्ट में इस बात पर भी फोकस कर रहे हैं कि इनसे स्थानीय लोगों को रोजगार के मौके भी मिलें।

कंकाली तालाब को नया स्वरूप
ऐतिहासिक कंकाली तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए डेढ़ करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ है। इस धरोहर को वाराणसी के घाटों की तरह जोधपुर स्टोन से संवारा जा रहा है। लैंडस्कैपिंग से परिसर के आसापास मौजूद पुराने मंदिरों को भी नया स्वरूप दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी अफसरों ने बताया कि दिवाली से पहले यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा।

44 तालाबों में एसटीपी लगेंगे, 3 से हो रही शुरुआत
तेलीबांधा तालाब में 4 करोड़ की लागत से एसटीपी लगाने के बाद ही रायपुर स्मार्ट सिटी ने शहर के खर्च का अनुमान है। इसके तहत 18 करोड़ की लागत से स्मार्ट सिटी 18 करोड़ की लागत से महाराज बंध, नरैया और खोखो तालाब में पानी की सफाई के लिए तीन नए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने जा रहा है।

रायपुर की सबसे बड़ी पहचान तालाब हैं, इसलिए हमने स्मार्ट सिटी और नगर निगम के जरिए इन्हीं के संरक्षण और संवर्धन पर फोकस किया है। बूढ़ातालाब को बेस्ट प्रोजेक्ट अवार्ड मिलना बड़ी उपलब्धि है।

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