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मोदी 9-11 अक्टूबर को गुजरात, मध्य प्रदेश के दौरे पर, ‘श्रीमहाकाल लोक’ का करेंगे लोकार्पण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ से 11 अक्टूबर तक अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर होंगे और आखिरी दिन शाम को उज्जैन (मध्य प्रदेश) में ‘श्री महाकाल लोक’ को जनता को समर्पित करने के बाद एक जन सभा को संबोधित करेंगे।

श्री मोदी पहले चरण में गुजरात के दौरे पर मेहसाणा तथा भरूच सहित कुल पांच जिलों में 14,500 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास करेंगे।

राज्य में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस प्रदेश में प्रधानमंत्री के दौरे का सिलसिला बढ़ा है।श्री मोदी ने अभी पिछले माह के अंत में सूरत में रोड शो किया था और कुछ अन्य कार्यक्रमों में गए थे।

श्री मोदी 11 अक्टूबर को मध्य प्रदेश भी जाएंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय की शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार श्री मोदी 09 अक्टूबर को शाम करीब साढ़े पांच बजे प्रधानमंत्री मेहसाणा के मोढेरा गांव को देश का पहला ऐसा गांव घोषित करेंगे जहां की बिजली की पूरी जरूरत निरंतर सौर ऊर्जा से पूरी होगी। वह उसी दिन मेहसाणा जिले में 3900 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसके बाद शाम करीब 18:45 बजे मोधेश्वरी माता मंदिर में दर्शन और पूजा होगी, इसके बाद शाम 19:30 बजे सूर्य मंदिर के दर्शन करेंगे।

श्री मोदी 10 अक्टूबर को लगभग 11 बजे भरूच के आमोद में आयोजित कार्यक्रम में कुल मिला कर 8000 करोड़ रुपये से अधिक की कुछ परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और कुछ परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।

दोपहर करीब 15:15 बजे प्रधानमंत्री अहमदाबाद में मोदी शैक्षणिक संकुल का उद्घाटन करेंगे और शाम साढ़े पांच बजे जामनगर में कुछ परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।

श्री मोदी 11 अक्टूबर को दोपहर 14:15 बजे असरवा, अहमदाबाद में सिविल अस्पताल में कुछ परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे, जिसके बाद वे उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर जाएंगे, जहां वह लगभग शाम 17:45 बजे दर्शन और पूजा करेंगे तथा शाम करीब साढ़े छह बजे श्री महाकाल लोक का लोकार्पण होगा।

श्री मोदी का शाम सवा सात बजे उज्जैन में जनसभा में संबोधन करने का कार्यक्रम है।

मेहसाणा में मोढेरा में सौर ऊर्जा सुविधाओं का विकास इस सूर्य-मंदिर शहर के सौरकरण के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को साकार करती है। वहां जमीन पर खड़े सोलर पावर संयंत्र और आवासीय और सरकारी भवनों पर 1300 से अधिक रूफटॉप सोलर सिस्टम विकसित किए गए हैं, जो सभी बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम के साथ एकीकृत हैं।

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