रायपुर

स्व सहायता समूह की महिलाएं गोबर से तैयार कर रहीं पेंट, क्वालिटी के मामले में बाजार के पेंट से कम नहीं

रायपुर

 

रायपुर में पिछले कुछ दिनों से गोबर वाले पेंट को बनाने का काम चल रहा था। इस दिवाली इसे लोगों ने खरीदा और इस्तेमाल किया है। गोबर वाले पेंट को बनाने और इसे बेचने वाली स्व सहायता समूह की महिलाओं की भी दिवाली आर्थिक तौर पर इस बार अच्छी हो गई है।

 

गोबर से पेंट बनाने का काम रायपुर के जरवाय इलाके में हो रहा है। यहां गौठान में गोबर से इसे तैयार किया जा रहा है। इसे प्राकृतिक पेंट कहा गया है। ये बिल्कुल वैसा ही है जैसा डिस्टेंपर बाजारों में मिलता है। इसे ठीक उसी तरह से पुताई के काम के लिए दीवारों पर लगाया जा सकता है। गोवर्धन स्व सहायता समूह की महिलाएं इसे तैयार कर रही हैं। महिलाएं बताती हैं कि क्वालिटी के मामले में बाजार के पेंट से कम नहीं है।

 

यहां के गोबर से बने पेंट का उपयोग सबसे पहले रायपुर नगर निगम के भवन की पुताई के लिए किया गया था। नगर निगम की बिल्डिंग की पुताई के लिए 500 किलो पेंट का उपयोग किया गया। अंबिकापुर में 120 लीटर और कोरबा में 70 लीटर पेंट का उपयोग स्थानीय लोगों ने किया है। अब तक 3 हजार लीटर पेंट बिक चुका है।

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