खरोरा

बंगोली स्वास्थ्य केंद्र बना लूट का अड्डा, कर्मचारी वसूल रहे हैं परिजनों से पैसा 

खरोरा । दो माह पूर्व आवाम दूत की टीम के कड़ी मेहनत से एक भ्रष्ट्राचार को प्रशासन के सामने रखा था उस पर उचित कार्यवाही की मांग की गई थीं, जाँच हेतु जानकारी मांगी गई लेकिन जिम्मेदार अधिकारी की मिली भगत और निष्क्रियता के कारण मामला सामने नहीं आ पाया और भ्रष्ट कर्मचारी के हौसले बुलंद होते रहे तथा पुनः भ्रष्टाचार से पीछे नहीं हटी, अपने पहुंच के दम पर जानकारी छुपाई गयी और इस लेन देन के खेल को चालू रखा पर हमारी पैनी नजर से बच नहीं पायी। हम बात कर रहे है तिल्दा ब्लॉक के स्वास्थ्य केंद्र बंगोली की, जिसमे कर्मचारी मनीषा मसीह द्वारा हितग्राही से डिलवरी हेतु 600 रूपये लिए गए थे, जिसकी जानकारी मिलने पर हमने खंड चिकित्सा अधिकारी से बात की और कार्यवाही की मांग की पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तथा जांच हेतु दैनिक रजिस्टर मार्च 2021से जुलाई 2022 तक कितने हितग्राही का प्रशव हुवा है इसकी जानकारी को दिखाने से मना किया गया, जानकारी छुपाई गयी अब वर्तमान मे पुनः प्रार्थी रीना गेंदले के साथ पूर्व घटित घटना हुवा

जिसमे प्रार्थी से पैसे की मांग और प्राइवेट हॉस्पिटल पर जाने को कहना उल्लेखित है, ज्ञात हो पूर्व मे भी मुरा के सरपंच के परिवार वालो से अभद्र व्यवहार तथा भ्र्ष्टाचार की घटना हो चुकी है जिसे आवाम दूत न्यूज़ ने प्रमुखता से उठाया था, हमने जिम्मेदार अधिकारियो के सामने रखा था पर इनकी निष्क्रियता के चलते कार्यवाही तो नहीं हुई और इनके हौसले बुलंद हो गए । इसी कड़ी मे हमने आस पास के ग्रामीण जनो से भी चर्चा की तो पता चला की इनका व्यवहार शुरुआत से ही ऐसा है मरीजों से सीधे मुंह बात नहीं करती और बिना खर्च दिए कोई इलाज नहीं करती तथा हमारे टीम के सदस्यों से भी बदसलुकी की गयी तथा पहुंच का धौस दिखाया गया धनसूली सरपंच राजू ढीढी से सम्पर्क करने पर पता चला कि इनके व्यवहार से यह स्वास्थ्य केंद्र सरकारी न होकर प्राइवेट बन गया है

हम तो मरीजों को वहा जाने की सलाह भी नहीं देते। इनके विरुद्ध कई बार शिकायत किये है पर कुछ नहीं होता अतः प्रयास करना बेवकूफी लगने लगा है, अब देखना होगा की इस समस्या का समाधान कैसे और कब तक होता है एक भ्रष्ट कर्मचारी के लिए और कितने लोगो को समस्या का सामना करना पड़ेगा तथा कब तक यहां अपनी मनमानी चलाती रहेगी और शासन के स्वास्थ्य योजनाओ के लाभ से वंचित होना पड़ेगा। और स्वास्थ्य केंद्र इनके पैसा वसूली का केंद्र बना रहेगा।

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