दंतेवाड़ा/नरेंद्र श्रीवास्तव। इस धार्मिक आयोजन को भव्य रूप देने हेतु जिले भर के आए हुए गायत्री परिवार के स्वयंसेवक कार्यकर्ता भाई एवं बहने लगी हुई है।वहां पर 24 कुंडीय यज्ञशाला ,प्रवचन पंडाल भोजनशाला ,इत्यादि बनाए गए हैं। एवं तैयारियों को लगभग अंतिम रूप दिया जा चुका है।
विदित हो कि गायत्री परिवार के प्रणेता पंडित राम शर्मा आचार्य ने विराट गायत्री परिवार की स्थापना कर व्यक्ति निर्माण का मूल मंत्र दिया एवं कहा कि व्यक्ति निर्माण से ही देश का निर्माण संभव है इस हेतु उन्होंने गायत्री एवं यज्ञ को आधार बनाया ,आज जहां चारों ओर की परिस्थितियां में भारी विषमता बढ़ती हुई दिखाई देती है जातीयता, संप्रदाय वाद, धर्म के नाम पर तरह तरह की घटनाएं होती हुई दिखाई पड़ती है।
छोटे-छोटे यज्ञ एवं दैनिक गायत्री स्थापना का आंदोलन चलाकर मनुष्य में देवत्व और धरती पर स्वर्ग के अवतरण का संदेश दिया जिससे जुड़कर आज करोड़ों की संख्या में लोगों ने गायत्री के जीवन दर्शन और यज्ञ की जीवन शैली को अपनाया है और एक स्वस्थ एवं सभ्य समाज के निर्माण में अपना सहयोग दे रहे हैं। 4 दिन तक चलने वाले इस आयोजन की शुरुआत 5 जनवरी को भव्य शोभायात्रा से होगी दूसरे दिन प्रातः 8:00 से यज्ञ के साथ-साथ कार्यकर्ता गोष्टी तथा नारी जागरण के ऊपर उद्बोधन संपन्न होगा तीसरे दिवस प्रातः कालीन ध्यान साधना एवं दीक्षा संस्कार नामकरण मुंडन यज्ञोपवीत संस्कार विवाह संस्कार संपन्न होंगे तथा आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी के कार्यक्रम के तहत कन्या किशोर कौशल के ऊपर उद्बोधन प्राप्त होगा।
अंतिम चतुर्थ दिवस में प्रातः कालीन ध्यान साधना योग के बाद गायत्री महायज्ञ एवं पूर्णाहुति एवं भंडारा कार्यक्रम संपन्न होगा। तत्पश्चात टोली को विदाई दी जाएगी इस कार्यक्रम में सभी प्रकार के संस्कार निशुल्क संपन्न कराए जाएंगे। कार्यक्रम का संचालन शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा आए ऋषि पुत्रों की टोली द्वारा किया जाएगा। गायत्री परिवार ट्रस्ट दंतेवाड़ा के मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी डी.आर. बघेल ने समस्त जिलेवासियों से अपील की है कि यह आयोजन किसी जाति धर्म अथवा संप्रदाय मात्र का नहीं है अतः अधिक से अधिक संख्या में समस्त जाति धर्म वर्ग संप्रदाय इत्यादि के लोग अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर अपने क्षेत्र की सुख शांति हेतु यज्ञ भगवान को आहुति प्रदान करें एवं इस पुण्य आयोजन के भागीदार बने।