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शादी-विवाह में आ रही हैं रुकावटें, शिवजी को प्रसन्न कर पाएं सटीक समाधान, जानें सम्पूर्ण पूजा विधि

नई दिल्ली। शनिदेव के खराब प्रभाव से जातक का विवाह सही समय पर नहीं हो पाता है और कुण्डली में शनि और राहु साथ में हो तो समाज की मान्यताओं से कुछ हट कर विवाह होता है। जिसे प्रेम विवाह भी कहा जा सकता है। सही आयु में और सही समय पर सही व्यक्ति के साथ विवाह हो जाना अपने आप में एक बहुत बड़ा सौभाग्य है।

शीघ्र विवाह लिए इन चारों ग्रहों की शांति अति आवश्यक होता है। वहीं कुंडली में कुछ योग ऐसे भी होते हैं जो विवाह में देरी का कारण बनते हैं। ग्रहों की अशुभ स्थति इनका प्रमुख कारण होती है जिनका निदान आप ग्रहों के उपाय अर्थात जप, पूजा, दान, व्रत व अन्य वैदिक अनुष्ठान के माध्यम से स्वयं कर व किसी योग्य कर्मकांडी से भी करा सकते हैं।

निम्न मंत्र की एक माला का जप करें

हे गौरी शंकर अर्धागिंनी यथा त्वं शंकर प्रिया।

तथा माम कुरू कल्याणी कान्त कान्ता सुदुर्लभम्।।

इस उपाय को पूरी श्रृद्धा के साथ करने से विवाह में बाधा नहीं आती है।

इसी के साथ यदि कोई भी कन्या गोस्वामी तुलसीदास कृत पार्वती मांगल्य का पाठ करती है तो भी विवाह बाधा दूर हो कर एक उच्च वर की प्राप्ति होती है।

विवाह योग्य कन्या सोमवार को पान एवं सुपारी से शिवलिंग का पूजन एवं जलाभिषेक करें तो शुभ फल प्राप्त होता है।

शीघ्र विवाह के लिए मंत्र –

तुलसी की माला से रामचरित मानस की निम्न चौपाई का राम सीता के चित्र के सामने 108 बार नित्य पाठ करना शीघ्र विवाह के लिए दिव्य प्रयोग है।

सुनि सिय सत्य असीस हमारी।

पूजिहि मन कामना तिहारी।

यदि कन्या के विवाह में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें कर शिवालय में रख कर ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः मंत्र की पांच माला का जाप करें। जाप के बाद पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढ़ा दें विवाह की बाधाएं दूर होती जाएंगी।

वर की कामना पूर्ति हेतु कन्या को निम्न मंत्र का शिव-गौरी पूजनकर एक माला का जप करना चाहिए।

ॐ नमः मनोभिलाषितं वरं देहि वरं ह्रीं ॐ गोरा पार्वती देव्यै नमः

रामचरित मानस के बालकाण्ड में शिव पार्वती विवाह प्रकरण का नित्य पाठ करने से कन्या का विवाह शीघ्र होता देखा गया है।

विवाह अभिलाषी शुक्रवार के दिन भगवान शंकर पर जलाभिषेक करें तथा शिव लिंग पर ‘ॐ नमः शिवाय’ जपते हुए 108 श्वेतार्क

ष्प चढ़ावें और शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें साथ ही शिवजी पर 21 बिल्व पत्र चढ़ावें यह कम से कम 7 शुक्रवार करें, शीघ्र ही विवाह के प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जाएंगें।

1 शिव मंत्र

ॐ ह्रं कामदाय वर्प्रियाय नमः शिवाय।

2 मंगलागौरी मंत्र

ह्रीं मंगले गौरि विवाहबाधां नाशय स्वाहा।

3 हनुमान मंत्र

क्रौं बीजात्मा नयनयोः पातु मां वानरेश्वरः हं हनुमते नमः।

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