
अंबिकापुर। बलरामपुर जिले में पदस्थ पुलिस आरक्षक आशीष तिर्की के अंबिकापुर के गांधीनगर स्थित निवास से चोरों ने एके 47 राइफल और 90 जिंदा कारतूस पार कर दिया। राइफल और जिंदा कारतूस के अलावा घर से सोने-चांदी के जेवरातों की भी चोरी हुई है। घटना से पुलिस अमले में खलबली है। आरक्षक ने घटना से जुड़ी जो जानकारी दी है, उससे पुलिस को थोड़ा संदेह है। घटना को चोरी मानकर ही जांच की जा रही है। पूरे प्रकरण में आरक्षक की लापरवाही भी सामने आई है।
अंबिकापुर के गांधीनगर निवासी आशीष तिर्की बलरामपुर जिले में जिला पुलिस बल में आरक्षक के पद पर पदस्थ है। वर्तमान में उसकी ड्यूटी जिला पंचायत बलरामपुर के सीईओ के गनमैन के रूप में थी। इसी कारण विभाग की ओर से उसे एके-47 राइफल और जिंदा कारतूस जारी किया गया था। दो दिन पहले वह अंबिकापुर आया था।
आशीष के अनुसार जब वह घर पहुंचा तो एके 47 राइफल के साथ 90 कारतूस एवं घर के अलमारी में रखा नकदी एवं जेवरात गायब थे। इसकी सूचना रात को गांधीनगर थाना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया।
सरगुजा पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने बताया कि आरक्षक ने चोरी के तरीके को लेकर जो आशंका जताई है उसमें कुछ संदेह है। हालांकि पुलिस इस घटना को चोरी का मानकर ही जांच कर रही है। एसपी ने बताया कि आरक्षक ने जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक सर्विस राइफल एवं कारतूस को उसने घर में ही रखा हुआ था। यदि वह अवकाश पर था तो नियमों के तहत उसे राइफल और कारतूस को जमा कर देना था। आरक्षक अवकाश पर था या बिना जानकारी दिए राइफल और कारतूस लेकर आ गया था इन तमाम बिंदुओं की जांच पुलिस कर रही है।