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अयोध्या से कलश पहुँचा गाँव गाँव

आरंग / भैंसा। अयोध्या से प्रभु श्री राघवेंद्र सरकार के राजतिलक के निमंत्रण स्वरूप अक्षत कलश भेजा गया है जिसे घऱ घऱ पहुंचाया जायेगा और 22 जनवरी को विविध कार्यक्रम के साथ इस उत्स्व को दीपोत्स्व के रूप मे मनाया जायेगा इसी कड़ी मे कलश अयोध्या से राजधानी रायपुर का सफर पूरा करके अपने ननिहाल चंदखुरी के पश्चात् आरंग विधानसभा के समोदा मंडल से भैंसा खंड मे पहुंचा था जिसे आज क्षेत्र के दस गाँव मे वितरण किया गया जिसमे आस पास गाँवों के संगठन कार्यकर्ता उपस्थित हुए साथ ही महिलाओ की उपस्थिति प्रार्थनीय थी इनके द्वारा कलश लेकर गली भ्रमण किया गया जहाँ संघ के जिला संयोजक चन्द्रकुमार ड़ड़सेना , द्विवेदी जी, सीताराम देवांगन , यशवंत नायक खंड प्रमुख भैंसा एवं सहयोगी गजेंद्र बंछोर, सुरेन्द्र वर्मा उपस्थित हुए ग्रामीण कार्यकर्ताओ मे करमा, मजीठा, खोरसी, घोरभट्ठी, भैंसा, खपरी, लांजा, अछोली, भटिया, परसवानी दस गाँव का कलश पूजन तथा नगर भ्रमण के पश्चात् वितरण किया गया।

इसके बाद कलश ज़ब पूर्ण हिंदुत्व ग्राम करमा पहुंचा तों उसका गुलाल वंदन चंदन, धुप द्वीप तथा गाजे बाजे के साथ स्वागत किया गया गाँव के गली भ्रमण के पश्चात् गांव के पावन पुनीत स्थल महामाया मंदिर मे दर्शन हेतु स्थापित किया गया।

कार्यक्रम में ग्राम से रवि कुमार तिवारी, यशवंत नायक, रामजी वर्मा, मोटराम धुरंधर, रामाधार वर्मा, मुरारी वर्मा, चौबीस राम, मोतीलाल वर्मा, रामजी वर्मा, उमेंद वर्मा, पिलाराम मानसिंग यादव, गोविन्द सिरमौर, मणि वर्मा, बच्चे बुजुर्ग नौजवान उपस्थित हुए आपको बता दे की यह कलश 1 जनवरी से गाँव गाँव मे भ्रमण कर घर – घऱ आमंत्रण स्वरूप अक्षत भेंट किया जायेगा तथा 22 जनवरी को विभिन्न कार्यक्रम के साथ समस्त सनातनी को अपना धाम छोड़कर इस पवन पुनीत यज्ञ मे सम्मिलित होने का आवाहन सघ विहिप बीजेपी बजरंग दल तथा प्रधान मंत्री मोदी जी द्वारा किया गया है। अतः अधिक से अधिक संख्या मे सम्मिलित होकर इस कार्यक्रम मे अपना योगदान प्रदान कर जीवन को सनमसर्ग की ओर प्ररसस्त करे सहभागी बने क्योंकि ये अवसर हमारे लाखों सनातनी पूर्वजों के बलिदानी स्वरूप आज संयोग से हमारे भाग मे आया है इसे जाया ना जाने दे पूर्ण लाभ उठायेस्वयं जागे और दुसरो को भी जगाए इस कलश का मुख्य उद्देश्य जातियों मे बंटे हिंदुवो को एक सुत्र मे पिरोना है हिन्दुत्व को जगाने के साथ साथ एक करना है,जिससे हमारा सनातन मजबूत हो सके।

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