छत्तीसगढ़

अमरजीत भगत की बढ़ने वाली है मुश्किलें, कलेक्टर से IT की टीम ने मांगी ये जानकारी, जानिये कितना मिला था छापे में खजाना

सरगुजा । पूर्व मंत्री अमरजीत भगत की मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है। खबर है कि अमरजीत भगत और उनके 13 करीबियों के बारे में आईटी की टीम और भी जानकारी जुटा रही है। किसी भी वक्त दोबारा से इनकम टैक्स विभाग की टीम पूर्व मंत्री के घर पर दबिश दे सकती है। जानकारी के मुताबिक आईटी ने सरगुजा कलेक्टर भोस्कर विलास संदीपान को पत्र लिखकर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के करीबियों के 5 साल के संपत्ति के संबंध में मांगी महत्वपूर्ण जानकारी मांगी है।

आईटी ने सरगुजा कलेक्टर को पत्र लिखकर 13 लोगों की संपत्ति का ब्यौरा मांगा है। ताकि पिछले पांच साल में जमीन की खरीदी और बिक्री की जानकारी आईटी को मिल सकें।

इससे पहले छापे को लेकर आयकर विभाग नई दिल्ली के प्रिंसपल कमिश्नर और प्रवक्ता सुरभि अहुलवालिया ने जारी प्रेस रिलीज में इसकी जानकारी दी है। आयकर विभाग ने अमरजीत भगत सहित उनके करीबियों के 25 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की थी। इस दौरान ढाई करोड़ की नगदी व जेवर सहित अघोषित संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए हैं।

आयकर प्रिंसपल कमिश्नर व प्रवक्ता सुरभि अहुलवालिया ने बताया है कि आयकर विभाग ने 31 जनवरी 2024 को राजनीति से जुड़े व्यकि्त (अमरजीत भगत) उसके करीबी सहयोगियों और कुछ सरकारी अधिकारियों के ठिकानों पर जांच अभियान शुरू की। अमरजीत भगत के करीबी सहयोगियों में से एक रियल एस्टेट के कारोबार में लगा हुआ है। आयकर विभाग द्वारा बताया गया है कि जब्त साक्ष्य इन व्यक्तियों द्वारा भ्रष्टाचार और अन्य संदिग्ध प्रथाओं के तौर-तरीकों को उजागर करते हैं। प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि इन व्यक्तियों ने सरकार से संबंधित कार्यों में विभिन्न व्यक्तियों को अनुचित लाभ देने के बदले में अवैध धन प्राप्त किया है।

तलाशी के दौरान बरामद किए गए आपत्तिजनक दस्तावेजों में कथित पीईपी (अमरजीत भगत) द्वारा अपने करीबी सहयोगियों के माध्यम से नकद में प्राप्त लगभग 13 करोड़ रुपए की अवैध कमाई का विवरण शामिल है। इसके अलावा, जब्त किए गए सबूतों से पता चलता है कि गलत तरीके से कमाया गया यह पैसा पीईपी के सहयोगियों के माध्यम से रियल एस्टेट में निवेश किया गया है।

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