सर्दी खांसी की दवाई के नाम पर जहरीली दवा पिलाया, एक व्यक्ति की हुई मौत…
बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार पुलिस ने सर्दी-खांसी ठीक करने के नाम पर गलत दवाइयां बेचने वाले कथित वैद्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने सर्दी खांसी की दवाई के नाम पर तीन लोगों को जहरीली चीज पिलाया था। जिसे पीने के बाद तीनों की तबीयत ख़राब हो गई जिनमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद से समुदाय में स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति चिंता को और बढ़ा दिया है।
दरअसल यह पूरा मामला के थाना क्षेत्र का है। जहां पर राजेश मिश्रा नाम के वैद्य ने तीन दिन पहले गांव के चार लोगों को पीने के लिए सिरप दिया था। जिसे पीने के बाद चारों की हालत तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद लोगों को आनन फानन में लवन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। कुछ घंटे के बाद ही उनमें से एक की मौत हो गई वहीं तीन का उपचार चल रहा है। कथित वैद्य पर आरोप है कि, वह बिना किसी चिकित्सा प्रमाण या लाइसेंस के, लोगों को खांसी और जुकाम के इलाज के नाम पर घातक दवाइयां बेच रहा था।
दवाई पीने से बिगड़ी तबीयत
पुलिस के अनुसार, राजेश मिश्रा नामक कथित वैद्य लंबे समय से बिना किसी मेडिकल प्रमाणपत्र के खांसी, जुकाम और सर्दी के इलाज के नाम पर आयुर्वेदिक दवाइयां बेचना शुरू कर दिया था। आरोपी दावा करता था कि उसकी दवाइयां बिना किसी साइड इफेक्ट के सर्दी-खांसी को ठीक कर सकती है। पीड़ित राहुल वर्मा ने बताया कि, वह दिनेश वर्मा के मकान में काम पर गया था वहां मोहन धीवर भी था। इसी बीच वहां पर आरोपी राजेश मिश्रा आया। उसने सर्दी खांसी का सीजन है कहकर अपने पास बोतल में रखे तरल पदार्थ को आयुर्वेदिक दवाई है कहकर दिया। गिलास में आधा पानी और आधा दवाई मिलाकर मुझे, दिनेश वर्मा और मोहन धीवर को दिया जिसे हम तीनों ने पिया।
तबीयत बिगड़ने से एक की मौत
पीड़ित ने बताया कि, उस दवाई को पीने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। अचानक उल्टी होने लगा और तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गया। तब उसने अपने परिवार वालों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में ही उसके दोनों साथी मोहन धीवर और दिनेश वर्मा भी इलाज कराने भर्ती थे। जहां पर दिनेश वर्मा की मौत हो गई।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी वैद्य
घटना की सूचना मिलने पर थाना लवन में अपराध दर्ज कर लिया गया है। प्रकरण में थाना लवन पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए आरोपी राजेश मिश्रा को हिरासत में ले लिया है। वहीं पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने आयुर्वेद दवाई के नाम पर जहरीला तरल पदार्थ देना स्वीकार किया। पीड़ित व्यक्ति में दिनेश वर्मा की मौत हो गई जबकि दो व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हैं।
अनधिकृत दवाइयों से दूर रहने की अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि, वे इस तरह की अवैध और अनधिकृत दवाइयों से दूर रहें। अपने स्वास्थ्य के लिए केवल प्रमाणित चिकित्सा विशेषज्ञों से ही सलाह लें। इसके साथ ही, प्रशासन ने यह भी वादा किया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
स्वास्थ्य से न करें खिलवाड़
यह गिरफ्तारी उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो बिना किसी जिम्मेदारी के स्वास्थ्य से संबंधित गलत दवाइयां बेचते हैं। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि अवैध चिकित्सा प्रैक्टिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने लोगों से भी आग्रह किया है कि वे इस तरह के धोखाधड़ी मामलों की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि अन्य लोगों की जान और स्वास्थ्य को खतरे में न डाला जा सके।