कोरबा। अपने ही हाथों अपना सुहाग उजाड़कर पुत्र के साथ शव को ठिकाने लगाने के मामले में सजा सुनाते हुए कोर्ट ने मृतक की पत्नी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। पांच साल पहले यह जघन्य हत्याकांड हुआ था। महिला ने गला दबाकर पति की हत्या की थी फिर शव को चटाई से ढांककर पिकनिक जाने के लिए ऑटो बुक किया और मौका देखकर लाश को ठिकाने लगा दिया था। यह सब ऑटो चालक ने देख लिया था, जिसे जान से मारने की धमकी देकर महिला ने उसका मुंह बंद करा दिया था।
कोरबा के जिला व सत्र न्यायालय ने उस महिला को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है जिसने अपने ही पति की गलादबाकर हत्या कर दी थी, फिर पुत्र के साथ मिलकर उसके शव को ठिकाने लगा दिया था। पांच साल पहले यह मामला सामने आया था। जहां पति को मौत की नींद सुलाने के बाद महिला ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने मृतक का नरकंकाल कॉफी पाइंट से बरामद किया था।
बताया जा रहा है कि, पति की हत्या करने के बाद आरोपी महिला सुशीला निषाद ने उसके शव को चटाई लपेट दिया था फिर ऑटो बुक कराकर पुत्र के साथ पिकनिक पर निकल गई। इस दौरान जब महिला शव को ठिकाने लगा रही थी, तब ऑटो चालक ने देख लिया था लेकिन महिला ने जान से मारने की धमकी देकर उसका मुंह बंद करा दिया था। हालांकि बाद में ऑटो चालक ने ही पूरे मामले का पर्दाफाश किया है।