रायपुर। बिटकॉइन घोटाले की जांच में जुटी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को साइबर एक्सपर्ट गौरव मेहता के घर पर छापा मारा। गौरव मेहता एक कंसल्टेंसी के लिए काम करते हैं, जो पुणे पुलिस को कुख्यात अमित भारद्वाज के 6600 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी घोटाले की जांच में सहायता प्रदान कर रही थी।
राजनीतिक दबाव और बिटकॉइन की मांग का आरोप
पूर्व आईपीएस रवींद्रनाथ पाटिल ने हाल ही में सनसनीखेज दावा किया कि एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले ने गौरव मेहता से चुनावी फंडिंग के लिए बिटकॉइन नकद की मांग की थी। इस बयान के बाद ईडी ने जांच को और तेज़ कर दिया।
साइबर एक्सपर्ट की भूमिका अहम
गौरव मेहता इस केस में एक महत्वपूर्ण कड़ी माने जा रहे हैं। जांच में उन्होंने स्वीकार किया है कि उनके पास बिटकॉइन वॉलेट है, जिसमें घोटाले से जुड़े लेन-देन की जानकारी हो सकती है। उन्होंने यह भी खुलासा किया है कि इस घोटाले में उनके ऊपर कुछ प्रभावशाली लोग शामिल हैं, जिनका राजनीति से संबंध है।
ईडी की जांच जारी
ईडी ने मेहता के घर से कई दस्तावेज और डिजिटल डेटा ज़ब्त किया है। जांच एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि घोटाले की रकम कहां और कैसे उपयोग की गई।
पृष्ठभूमि
अमित भारद्वाज का 6600 करोड़ रुपये का घोटाला देश का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी घोटाला माना जाता है। इसमें हजारों निवेशकों को ठगा गया था। गौरव मेहता की कंसल्टेंसी को इस केस में अहम जानकारी जुटाने के लिए शामिल किया गया था, लेकिन अब उन पर भी संदेह गहराता जा रहा है।
ईडी की इस कार्रवाई से घोटाले से जुड़े कई अन्य नाम भी सामने आ सकते हैं। मामले की जांच जारी है, और आने वाले दिनों में कई और खुलासे होने की संभावना है।