बिल्डर के अपहरण मामले में खुलासा: ड्यूटी रजिस्टर में साइन कर अपराधों में शामिल हुआ ट्रैफिक हवलदार
भोपाल। राजधानी भोपाल में हुए बिल्डर के अपहरण मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। अपहरण कांड में ट्रैफिक पुलिस का आरक्षक हेमंत चौहान भी शामिल था। मामला पुलिस के संज्ञान में आने के बाद आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। हालंकि बिल्डर के अपहरण मामले में पुलिस ने अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। आरोप है कि बिल्डर का अपहरण उसके दोस्तों ने मिलकर किया था।
आरोपियों ने उसे अलग-अलग शहरों में बंधक बना कर यातनाएं दीं और नग्न अवस्था में उसका वीडियो भी बनाया। आरोपियों ने 10 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की थी, लेकिन बाद में 30 लाख रुपये लेकर उसे छोड़ दिया। इस मामले में एक ट्रैफिक पुलिस आरक्षक, हेमंत चौहान का नाम भी सामने आया है। चौहान को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन ताजा जानकारी में यह सामने आया है कि वह ड्यूटी पर रहते हुए भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल था।
वह ड्यूटी रजिस्टर में साइन करने के बाद अपने ड्यूटी पॉइंट पर नहीं जाता था और अपराधों में शामिल हो जाता था। डीसीपी ट्रैफिक संजय सिंह ने बताया कि “यह मामला गंभीर है। आरक्षक का नाम अपहरण में आया है। विभाग की ओर से इस मामले की जांच की जा रही है, और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
”इधर बिल्डर की पत्नी की शिकायत पर कोलार पुलिस ने ट्रेफिक पुलिसकर्मी समेत पांच आरोपियों और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी जल्दी कार्रवाई करती है और इस मामले के बाकी आरोपियों को पकड़ने में कितनी सफलता मिलती है।