बीपीएससी पीटी रद्द करने की मांग को लेकर, प्रदर्शन अभ्यर्थियों पर बरसाई लाठियां और पानी की बौछार…
पटना। 70वीं बीपीएससी पीटी रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने इस ठंड में पानी की बौछार की फिर लाठीचार्ज कर दिया। लाठी से बचने के लिए अभ्यर्थी सड़क पर लेट गए। फिर भी पुलिस ने लाठियां भांजते हुए सबों को खदेड़ दिया। इससे भगदड़ मच गई। लाठीचार्ज में 6 छात्र घायल हो गए। दर्जनों चोटिल हो गए। घायलों को पीएमसीएच भेजा गया। लाठीचार्ज से पहले प्रशांत किशोर मौके से चले गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा कोतवाली थाने में रहकर स्थिति पर नजर बनाए हुए थे। शनिवार को ही गर्दनीबाग धरनास्थल पर प्रशांत किशोर ने घोषणा की थी कि रविवार को गांधी मैदान में छात्र संसद होगा। हालांकि जिला प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। सुबह से ही छात्र गर्दनीबाग धरनास्थल से छोटे-छोटे टुकड़ी में गांधी मैदान पहुंचने लगे। गांधी मैदान चारों ओर पुलिस तैनात थी पर छात्रों के तेवर को देख, पुलिस मूक दर्शक बनी रही। गांधी मैदान से अभ्यर्थियों के निकलते ही चारों आेर भीषण जाम लग गया। स्टेशन से लेकर फ्रेजर रोड, एग्जीबिशन रोड, बाकरगंज समेत सभी सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। रविवार को परिवार के साथ निकले लोग करीब एक घंटे तक जाम में फंसे रहे। इस जाम का असर गांधी मैदान से सटे सड़कों पर भी वाहनों की कतार लगी थी।
बीपीएससी पीटी को रद्द कराने की मांग को लेकर दो बार और नार्मेलाइजेशन के खिलाफ पुलिस ने एक बार लाठीचार्ज किया है। परीक्षा रद्द कराने को लेकर इससे पहले सैकड़ों अभ्यर्थी बिहार लोक सेवा आयोग कार्यालय का घेराव करने 25 दिसंबर को गए थे। उस दिन भी पुलिस ने इनपर लाठियां चटकाई थी। अभ्यर्थी रोहित कुमार को गिरफ्तार किया गया पर कोर्ट ने उन्हें बेल दे दिया। 13 दिसंबर को हुई पीटी परीक्षा के पहले अभ्यर्थी नार्मेलाइजेशन का विरोध कर रहे थे तब भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने गुरु रहमान समेत अभ्यर्थियों का समर्थन देने वाले 12 कोचिंग संचालकों व शिक्षकों को नोटिस दिया है। शनिवार को गुरु रहमान को थाना तलब किया और फिर उन्हें 3 जनवरी तक शिक्षा सत्याग्रह जाने पर रोक लगा दी थी। शिक्षक नेता दिलीप कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दो-तीन के बाद उन्हें बेल मिली थी।