छत्तीसगढ़तिल्दा

धान खरीदी में अधिक तौल का सहमति पत्र जरूरी, ये है किसानों की मजबूरी

  • बहुत से खरीदी केंद्र मे तौल से अधिक धान लिया जा रहा और किसानों से सहमति पत्र भरवाया जा रहा ये किसानों के साथ धोखा- अमित बघेल

रवि कुमार तिवारी,

तिल्दा। क्षेत्र मे छत्तीसगढ़िया हित की बात पुरे प्रदेश मे बुलंद करने वाले अमित बघेल वर्तमान मे किसानों के दुःख पीड़ा को जानने के लिए ऍबे सहयोगियों के साथ धान खरीदी की भ्रमण मे निकले है जिसमे अनेक अनियमितता सामने आ रही है मिली जानकारी अनुसार नए वर्ष 1 जनवरी 2025 के पहले दिन जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने अपने विधानसभा क्षेत्र धरसीँवा के खरोरा ब्लॉक के अंतर्गत धान खरीदी केंद्रों का दौरा किया और वर्तमान स्थति का जायजा लिया जिसमें सहयोगी जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी रायपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष योगेश साहू सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ अमित बघेल ने खरीदी केंद्रों में किसानों से बातचीत की उनकी समस्याएं पूछी और व्यवस्थाओं पर चर्चा की तथा उनकी समस्याओं के समाधान हेतु आवाज बुलंद करने का आश्वाशन दिया।

इस मौके पर किसानों ने बताया की सरकार ने अपने वायदे के हिसाब से एक मुस्त खरीदी राशि का भुगतान नहीं किया, जिससे वे दुखी हैं साथ ही बताया की किसानों की बैठने की व्यवस्था, पीने के लिए पानी की व्यवस्था साथ ही शौचालय की ये सब व्यवस्था धान मंडी में नही है, खरीदी केंद्रों में धान की आवक बढ़ी हुई है लेकिन समय मे उठाव ना होने के कारण कई जगह समस्या बनी हुई है। कई जगह तो तौल से ज्यादा धान खरीदी जा रही है तथा साथ मे सहमति पत्र भी भरवाया जा रहा है कि ज्यादा तौल में किसानों को कोई दिक्कत नहीं, छत्तीसगढ़ के भोले भाले किसानों को लूटने में सरकार किसी भी तरह से पीछे नही है।

जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष अमित बघेल ने सारागांव, बंगोली, मुरा, गनियारी, असौंदा , बुडेनी, बेल्दार सिवनी , नवागांव सहित कई खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत की व नए साल की शुभकामनाएं भी दी।

छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार पर अमित बघेल ने निशाना भी साधा, उन्होंने कहा कि जिस वायदे के साथ सरकार सत्ता में आई उसे पूरा करने में सरकार नाकाम रही है क्योकि किसानों को एकमुश्त 3100 रुपये देने का वादा किया था मगर अभी सिर्फ 2300 रुपये ही मिल पा रहा है।

निकाय चुनाव में आरक्षण के तारीखों में लगातार बदलाव पर भी उन्होंने कहा की सरकार किसानों को धान खरीदी की एक मुस्त राशि नहीं दे पा रही है, ऐसे में भाजपा को डर है कि कहीं नाराज किसान चुनाव में उनसे बदला ना ले इसीलिए सरकार लगातार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों को टाल रही है।

जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने 2023-24 के विधानसभा चुनाव में अपना हाथ आजमाया था और केंद्रीय अध्यक्ष अमित बघेल खुद धरसींवा विधानसभा से उम्मीदवार थे अमित बघेल का कहना है कि क्षेत्रीय मुद्दों को उजागर कर छत्तीसगढ़ में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी छत्तीसगढ़ की राजनीतिक समीकरण जरूर बदलेगी।

छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के बाद यह दूसरी क्षेत्रीय पार्टी है जो प्रदेश की राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को टक्कर देने की बात कर रही है।

प्रदेश में लगातार भाजपा और कांग्रेस की राजनीति फलती फूलती रही है और एक के बाद एक यही दोनों पार्टियां सरकार बनाती रही हैं, अब देखना होगा की अमित बघेल की जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी कितना सफल हो पाती है।

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