आरंग में आदिवासी कांग्रेस का अधिकार और सशक्तिकरण शिविर का हुआ आयोजन

आरंग : आरंग के ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में आयोजित, छत्तीसगढ़ आदिवासी कांग्रेस के 5 दिवसीय आदिवासी अधिकार एवं सशक्तिकरण शिविर में आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने शिरकत की। इस दौरान आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि देश के आदिवासी युवाओ को कांग्रेस के विचारधारा से जोड़ने और जिन-जिन राज्यों में भाजपा की सत्ता में आने बाद आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार विरुद्ध जागरूक के लिए ऐसे शिविर का आयोजन कर रही है।
इस शिविर छत्तीसगढ़ के हर जिले से आदिवासी प्रशिक्षु भाग ले रहे है। जिन्हें दिल्ली आए विशेषज्ञ आदिवासी कानून और अधिकारों के बारे जानकारी दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश मे आदिवासी राष्ट्रपति और छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री बनने से आदिवासियों का भला होगा लेकिन वे आदिवासियों पर होने वाले अत्याचारों पर चुप रहते हैं। भाजपा पर कार्पोरेट और उद्योगपतियों का दबाव है। उद्योगपतियों के लिए जंगल काटे जा रहे हैं।
हसदेव में एक लाख पेड़ काटा जा चुका है और तीन लाख और काटने हैं। बिना जंगल, जमीन के आदिवासियों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर में नक्सलवाद के नाम आदिवासी ही आदिवासी को मार रहा है इनके बीच में आदिवासी ही पीस रहा है। इन सब पर सवाल उठाने वालों को दबाने के लिए भाजपा ईडी और सीबीआई का दुरूपयोग कर रही है। प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है, आदिवासी, महिलाओं, बच्चे यहां तक कि पुलिस भी यहां सुरक्षित नही है। प्रदेश में स्वास्थ्य और शिक्षा का हाल बेहाल है।
इसलिए आदिवासी युवाओं को अपने संस्कृति, रूढ़ि और जर, जमीन और जंगल को बचाने जागरूक होना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि आदिवासी कांग्रेस का शिविर तेलंगाना और मध्यप्रदेश के बाद छतीसगढ़ में आयोजित हो रहा है। इस दौरान रामू टेकाम, प्रदेशाध्यक्ष, आदिवासी कांग्रेस मध्यप्रदेश जनक राम ध्रुव, प्रदेशाध्यक्ष आदिवासी कांग्रेस छत्तीसगढ़ डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, पूर्व केबिनेट मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, पूर्व केबिनेट मंत्री उपस्थित थे।