राशिफल

18 वर्षों के बाद राहु का शनि की राशि कुंभ में प्रवेश, किन राशियों को होगा बंपर फायदा! किनको होगा नुकसान? जानिए एस्ट्रोलाजर पं. गिरीश पाण्डेय जी से

हमारा पूरा जीवन नवग्रहों के प्रभाव में बीतता है। नौ ग्रहों में राहु सबसे रहस्यमय ग्रह माना जाता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राहु स्वार्भानु नाम के दानव का शीश है। समुद्र मंथन के बाद निकले अमृत को पान कराते समय भगवान नारायण ने स्वारभानु शीश काट दिया था। जिसके कारण से इसका सर और धड़ अमर हो गया। वैदिक ज्योतिष में इसे छाया ग्रह कहा गया है, परंतु तब भी इसका महत्व कमतर नहीं है।

राहु महाराज काफी समय से मीन राशि में स्थित है। अब 18 मई को सायं काल ७:२९ बजे कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे जो की शनि के स्वामित्व की राशि है। राहु एक राशि में 18 महीने रहते हैं। राहु का फल बहुत जल्दी प्राप्त होता है। राहु की उच्च राशि के विषय में ज्योतिष में दो मान्यताएं प्रचलित है :- कुछ वृषभ राशि को तो कुछ ज्योतिषी मिथुन राशि को राहु की उच्च राशि मानते हैं। राहु- केतु कुंडली में केंद्र त्रिकोण के स्वामी के साथ अगर अच्छी पोजीशन में है राजयोग देने वाले बन जाते हैं। उनकी दशाओं में व्यक्ति राजा बन सकता है। परंतु राहु जीवन में ग्रहण भी लगता है। राहु व्यक्ति को बहुत अधिक सोचने के लिए विवश कर देता है, क्योंकि इसका केवल शीश है धड़ नहीं। राहु से प्रभावित जातकों की हर समस्या का आसान हल निकालने में राहु मदद करते हैं। आकस्मिक धन देने के योग की राहु ही बनाते हैं। राहु हमेशा वक्री चाल से आगे बढ़ते हैं। मीन से मेष में न जाकर मीन राशि में जाने वाले हैं। कुछ ज्योतिषी राहु की पंचम सप्तम और नवम दृष्टि को मान्यता देते हैं। जिस भाव में राहु बैठे हैं उस भाव के फल को खींच लेते हैं।

आइए जानते हैं कि राहु गोचर का द्वादश राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। राहु की अनुकूलता के लिए क्या उपाय करें:-

मेष राशि –
राहु का गोचर मेष राशि के 11वें भाव में होगा 11वां भाव होगा जो कि आय और उन्नति का होता है। 11वें भाव में राहु के आने से आपकी इच्छाएं पूरी होने की योग बनेंगे। जिन योजनाओं पर आप लंबे समय से काम कर रहे थे उनको गति मिलेगी। राहु आपकी आय में अप्रत्याशित वृद्धि करेंगे। नए संपर्क बनेंगे। यात्राएं होंगी। नए संबंध बनेंगे। बिजनेस में लाभ होगा। कार्य क्षेत्र में सफलता आपके कदम चूमेगी। नौकरी पेशा लोगों को वेतन वृद्धि का लाभ होगा।

वृष राशि-
वृष राशि के जातकों के लिए राहु महाराज दशम भाव में गोचर करने वाले हैं। कर्म भाव में राहु के आने पर आपको सावधान रहना होगा। कोई भी कार्य जल्दबाजी मैं ना करें। अपना काम स्वयं करेंगे तो लाभ होगा। अधिक लाभ के लिए अनैतिक तरीकों को अपनाना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। अचानक से आपके कार्य को गति मिलेगी। पारिवारिक जीवन कष्टमय रह सकता है। राहु के गोचर के दौरान स्थान परिवर्तन के योग बनेंगे। कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करने से उन्नति का रास्ता खुल सकता है। शॉर्टकट से बचें।

मिथुन राशि-
मिथुन राशि के लिए राहु महाराज नवम भाव में गोचर करने वाले हैं। भाग्य स्थान में राहु के आने से आप बहुत सारी यात्राएं करेंगे। धर्म भाव में राहु का गोचर तीर्थ यात्रा के योग बनाएगा। राहु महाराज आपको लीक से हटकर के कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे। इस दौरान आपके पिताजी का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा ।राहु के इस गोचर के दौरान आपको खर्चो पर नियंत्रण करना जरूरी होगा। राहु के इस गोचर के दौरान बिजनेस में उतार-चढ़ाव और स्थान परिवर्तन का सामना आपको करना पड़ सकता है। राहु के गोचर के दौरान संयमित रहें। कोई भी निर्णय सोच समझकर करें।

कर्क राशि-
कर्क राशि के लिए राहु अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे। अष्टम भाव में राहु अच्छे और बुरे दोनों परिणाम देता है इसलिए आपको परिस्थितियों पर विचार अवश्य करना चाहिए। राहु के अष्टम भाव में आने से स्वास्थ्य संबंधित परेशानी आ सकती है। किसी प्रकार के इंफेक्शन के चपेट में आ सकते हैं। स्वास्थ्य के संबंध में कोताही ना बरतें।अष्टम भाव ससुराल का है। राहु के यहां आने पर ससुराल में आपका दखल बढ़ सकता है। इस दौरान शेयर मार्केट में इन्वेस्ट ना करें। राहु यहां रहकर आपको अचानक से लाभ देता है। धन और प्रॉपर्टी की प्राप्ति होगी। राहु के इस गोचर के समय अध्यात्म से जुड़ कर रहना आपके लिए फायदेमंद होगा।

सिंह राशि-
सिंह राशि के लिए राहु दांपत्य भाव यानी सप्तम भाव में आ रहे हैं। इस दौरान आपको अपने वैवाहिक जीवन में सावधानी बरतनी चाहिए। राहु महाराज आपके मैरिड लाइफ में गलतफहमियां बढ़ा सकते हैं। पत्नी से मतभेद हो सकते हैं। किसी तीसरे का दखल आपके वैवाहिक जीवन में जहर घोल सकता है। शॉर्टकट से धन कमाने का प्रयास न करें। इस समय में आप अनेक प्लांस बनाएंगे लेकिन उस पर अमल करना जरूरी होगा। इस गोचर के समय मौके को भुनाना जरूरी है।

कन्या राशि-
कन्या राशि कन्या राशि के लिए राहु छठे भाव में गोचर करेंगे। छठवें घर पर राहु अरिष्टों का दमन करने वाला और शत्रु पक्ष पर प्रहार करने वाला कहा गया है। अगर समस्याओं से आपको निजात नहीं मिल रही थी तो उसका हल अवश्य निकलेगा। छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं से 2-4 होना पड़ेगा, लेकिन उसे बाहर निकलने में भी आप सफल रहेंगे। इस दौरान आपके साथ विश्वास घात हो सकता है। सावधान रहें। कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिलेगी।पूर्व में जो आपने इन्वेस्टमेंट किया था उसका फायदा मिलेगा।

तुला राशि-
तुला राशि के लिए राहु पंचम भाव में आने वाले हैं। जिससे आपकी स्मरण शक्ति बढ़ेगी। ज्ञान का स्तर बढ़ेगा। यही राहु महाराज बीच-बीच में आपके कंसंट्रेशन में कमी कर देंगे। लविंग पार्टनर और लाइफ पार्टनर से संबंध मधुर रहेंगे। इस दौरान शेयर मार्केट में निवेश करना लाभदायक होगा। शॉर्टकट से पैसा कमाने की सोच आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखें। दूसरों के लिए बुरा न सोचें।

वृश्चिक राशि-
वृश्चिक राशि के चतुर्थ भाव में राहु का गोचर हो रहा है। इस गोचर से पारिवारिक जीवन कष्टमय रहेगा। परिवार में विवाद बढ़ सकते हैं। स्थान परिवर्तन होगा। बिजनेस में व्यस्त रहने से फैमिली को टाइम नहीं दे पाएंगे। राहु के गोचर से चेस्ट में पेन और संक्रमण जैसी समस्याएं आ सकती हैं। इस दौरान परिवार से संबंध मधुर बनाकर रखना आपके लिए उचित होगा।

धनु राशि-
धनु राशि के तीसरे भाव में राहु का गोचर आपकी सफलता के रोड मैप तैयार करेगा। इस दौरान आप खूब यात्राएं करेंगे। फ्रेंड सर्कल बढ़ेगा। आपका पराक्रम चरम पर होगा। रिस्क टेकिंग एबिलिटी बढ़ेगी जिससे लाभ होगा। लोगों को अपनी बात समझा पाएंगे, जिससे बिजनेस में अच्छा प्रॉफिट मिलेगा। नौकरी पेशा लोगों के लिए सावधान रहने का समय है।

मकर राशि-
मकर राशि के लिए राहु का गोचर दूसरे भाव में हो रहा है। दूसरा भाव वाणी का होता है। आपका थ्रोट चक्र जागृत रहेगा जिससे लोग आपसे प्रभावित रहेंगे। आपकी बातों में वजन रहेगा। लेकिन गुस्से में आकर के बुरा बोलने से बचें। इस दौरान आपकी बातें सच हो सकती है। खान-पान का विशेष ध्यान रखें। दूसरा भाव धन संचय का है। राहु के यहां आने से बचत करने में दिक्कत होगी। बचत के लिए विशेष प्रयास करने पड़ेंगे। शुरुआत में राहु मंगल से प्रभावित रहेगा इस दौरान स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें।

कुंभ राशि-
कुंभ राशि के लिए राहु राशि में आने वाले हैं। प्रथम भाव में राहु का आगमन आपके विचारों को प्रभावित करेगा। जल्दी-जल्दी निर्णय लेंगे जो कि बाद में गलत भी साबित हो सकते हैं। राहु के कारण से आप कामों को लेकर जल्दी में रहेंगे। बनते काम बिगड़ सकते हैं। वाणी में संयम आवश्यक रहेगा। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। राहु के इस गोचर के दौरान जीवनसाथी से संबंध बिगड़ सकते हैं। सेल्फलेस होकर के सोचेंगे तो बेहतर रहेगा। बिजनेस में झूठ का सहारा लेना आपके लिए नुकसानदायक होगा। कोई भी निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह से सोच विचार कर लें। दूसरों की बातों में ना आएं। अनुभवी लोगों की सलाह आपके लिए फायदेमंद होगी।

मीन राशि-
मीन राशि के लिए राहु का गोचर द्वादश भाव में हो रहा है। इस भाव में राहु के आने से आपको अच्छे- बुरे दोनों प्रकार के फलों की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती है। खर्च बढ़ सकते हैं। आपका ध्यान व्यर्थ के कामों में खर्च हो सकता है। द्वादश भाव में आने से राहु आपके विदेश जाने के रास्ते खोल सकते हैं। कार्य क्षेत्र में अधिक मेहनत करने की आवश्यकता पड़ेगी। परिवार में सामंजस्य बनाए रखें।

उपाय-
१.राहु के मंत्रों का १८००० जप किसी योग्य विद्वान ब्राह्मण से कराएं।
२.गोमेद रत्न धारण करें।
३.भगवान शिव का अभिषेक कराएं।
४.नागकेसर का पौधा लगाएं।
५.बुधवार की शाम राहु के संबंधित वस्तुओं का दान करें।

पं. गिरीश पाण्डेय
एस्ट्रो-गुरू, भागवत-व्यास
सचिव पुरोहित मंच
ज़िला- महासमुन्द छ.ग.
संपर्क सूत्र – 7000217167
संकट मोचन मंदिर
मण्डी परिसर, पिथौरा

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