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CG NEWS: भर भरा कर गिरा बिल्हा BEO कार्यालय का छज्जा…बाल बाल बचे अधिकारी…विभाग को बड़ा नुकसान…

CG NEWS: भर भरा कर गिरा बिल्हा BEO कार्यालय का छज्जा…बाल बाल बचे अधिकारी…विभाग को बड़ा नुकसान…

बिलासपुर। बिलासपुर के बिल्हा विकास खंड शिक्षा कार्यालय की जर्जर इमारत की फाल्स सीलिंग और छज्जा गिरने से विभाग को हजारों रुपयों का नुकसान पहुंचा है। कार्यालय खुलने से पहले ही खंड शिक्षा अधिकारी के कक्ष का फाल्स सिलिंग और छज्जा भर-भरा के गिर गया। मौके पर कोई मौजूद नहीं था इसलिए किसी प्रकार की जनहानि का सामना विभाग को नही करना पड़ा। लेकिन.. घटना ने विभाग और जर्जर भवन की नाजुक स्थिति पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

भवन की स्थिति बहुत दयनीय

बिल्हा विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय इस स्थित बीईओ कक्ष फॉल सीलिंग और छज्जा भारी बारिश के कारण गिर गया है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, पुराने हाईकोर्ट के पीछे स्थित कार्यालय भवन बहुत पुराना है भवन की स्थिति बहुत दयनीय है। कभी भी कोई बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

भवन की जर्जर हालत को लेकर कई बार की गई शिकायतें 

इस विषय में जिला लिपिक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि यह घटना करीब 15 जुलाई की है, जब कार्यालय बंद था। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी कई बार भवन की जर्जर हालत को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन प्रबंधन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उनका कहना है कि यदि जल्द मरम्मत नहीं हुई तो कर्मचारियों का कामकाज और सुरक्षा दोनों प्रभावित होंगे। उन्होंने प्रशासन से खंड शिक्षा कार्यालय के स्थानांतरण या मरम्मत की मांग की है। अगर उनकी मांगे पुरी नही होती तो आंदोलन करने को बाध्य है।

इस विषय में शिक्षा अधिकारी ने बताया कि बिल्हा विकास खंड शिक्षा कार्यालय का छज्जा गिरा है। घटना के समय कोई विभागीय अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था।फाल्स सीलिंग के गिरने से दो कंप्यूटर एक प्रींटर दो फर्नीचर टेबल कुर्सी और काच को नुकसान हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि कलेक्टर के समक्ष आवेदन पेश कर मरम्मत कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि अटल विश्वविद्यालय का कुछ भवन खाली है। हम कलेक्टर से मांग करेंगे कि बिल्हा विकास खंड कार्यालय का मरम्मत किया जाये। इस दौरान कार्यालय का संचालन विश्वविद्यालय भवन से किया जाए।

इस घटना ने शिक्षा विभाग में भवन सुरक्षा और रख-रखाव की अनदेखी को उजागर कर दिया है। मानसून के इस दौर में पुराने और कमजोर भवनों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता बननी चाहिए। अधिकारी भी मानते हैं कि भवन की मरम्मत और समय रहते उचित कदम न उठाए जाने पर भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है।

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