
हनी ट्रैप के जरिए ड्रग्स बेचने वाली नव्या मलिक के मोबाइल फोन पर मिले 800 नंबर, कोडवर्ड में सेव हैं नाम…
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने एमडीएमए (ड्रग्स) मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी नव्या मलिक शामिल है। पुलिस को शक है कि नव्या अपने आकर्षण का जाल बिछाकर और युवतियों का इस्तेमाल कर ड्रग्स का कारोबार चला रही थी। नव्या के मोबाइल से प्राप्त करीब 800 मोबाइल नंबरों की सूची में कई संदिग्ध नंबर शामिल हैं, जिनमें से कुछ मलेशिया के बताए जा रहे हैं। इनमें रायपुर, दुर्ग, भिलाई के अलावा अन्य राज्यों की युवतियों के नंबर भी शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, नव्या पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही है। उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने नव्या के रायपुर, दिल्ली और मुंबई में बैंक खातों की जानकारी हासिल की है, जिनकी जांच की जा रही है। ज्यादातर ड्रग्स के लेनदेन नकद में होने की बात सामने आई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में नए खुलासे किए जाएंगे।
पाकिस्तान तक फैला है नेटवर्क
कोरोना काल से रायपुर और छत्तीसगढ़ के अन्य हिस्सों में ड्रग्स का कारोबार तेजी से बढ़ा है। पुलिस ने इस अवैध धंधे से जुड़े दो बड़े नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफलता हासिल की है। इनमें पाकिस्तान से ड्रग्स मंगाने वाले और हनी ट्रैप के जरिए ड्रग्स बेचने वाले रैकेट शामिल हैं। पुलिस ने इन नेटवर्क के सरगनाओं और पैडलर्स को गिरफ्तार कर ड्रग्स के अवैध कारोबार पर नकेल कसने की दिशा में कदम उठाए हैं।
संदिग्ध नंबरों और कोडवर्ड की जांच
नव्या के मोबाइल में मिले नंबरों में परिवार, रिश्तेदार, इंटीरियर डिजायनर और अन्य लोगों के संपर्क शामिल हैं। पुलिस ने संदिग्ध नंबरों को अलग कर उनकी पड़ताल शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, नव्या के मोबाइल में शहर के कई नामचीन लोगों के नाम भी सामने आए हैं। इसके अलावा, कई नंबर कोडवर्ड जैसे ‘चॉकलेट’ और ‘बेबी’ के नाम से सेव किए गए हैं। पुलिस को शक है कि ये कोडवर्ड ड्रग्स के कारोबार से जुड़े लोगों या नियमित ग्राहकों के हो सकते हैं।