
सारडा एनर्जी की CSR पहल से गांवों में खुशहाली, शिक्षा-स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल
संवाददाता अखिलेश द्विवेदी,
रायपुर। सामाजिक सरोकारों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सिलतरा स्थित सारडा एनर्जी एण्ड मिनरल्स लिमिटेड ने CSR के तहत गोद लिए गए पाँच गाँवों में विकास की नई तस्वीर गढ़ी है। कंपनी के प्रबंधक कमल किशोर शारडा और हेड मनोज शाह ने बताया कि ग्रामीणों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, जल संरक्षण, वृक्षारोपण और स्किल डेवलपमेंट पर लगातार ठोस काम हो रहा है।
शिक्षा-स्वास्थ्य पर जोर
आंगनबाड़ी और स्कूलों में व्यवस्था यूनिफॉर्म व पुस्तक वितरण जैसी सुविधाएं दी गईं। वहीं स्वास्थ्य शिविर और दवा वितरण से ग्रामीणों की शहर पर निर्भरता घटी है।
महिला सशक्तिकरण
स्व-सहायता समूहों को मज़बूत कर महिलाओं को रोजगार और आय के अवसर से जोड़ा गया है। अब वे आत्मनिर्भर होकर समाज में नेतृत्व की भूमिका निभा रही हैं।
पर्यावरण और जल संरक्षण
जल स्रोतों के संरक्षण और वृक्षारोपण से गांवों में हरियाली लौटी है, जिसका असर सीधे ग्रामीण जीवनशैली पर दिख रहा है।
लड़कियों और युवाओं पर फोकस
लड़कियों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण और युवाओं को स्किल डेवलपमेंट से जोड़ा गया है, जिससे उनमें आत्मविश्वास और रोजगार दोनों बढ़े हैं।
भविष्य की योजनाएं
शाह ने बताया कि आने वाले समय में CSR गतिविधियों का दायरा और बढ़ाया जाएगा, खासकर स्वास्थ्य व शिक्षा क्षेत्र में आधुनिक सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
सारडा एनर्जी की ये पहलें न केवल गांवों का चेहरा बदल रही हैं बल्कि यह भी साबित कर रही हैं कि उद्योग जगत जिम्मेदारी निभाए तो ग्रामीण विकास की नई मिसाल कायम की जा सकती है।