
हाल ही कुछ दिनों में बालकों के दो नियमित कर्मचारी की असमय मृत्यु से पूरे क्षेत्र में शोक
बालको/कोरबा। मिली जानकारी अनुसार दिनांक 16/09/2025 को हरीश देवांगन जिनकी मृत्यु कैंसर के कारण हुआ,और अभी दिनांक 06/10/2025 को राजेन्द्र निषाद का रात्रिपाली ड्यूटी से घर आने पश्चात् अचानक हृदय घात से मृत्यु हो गई दोनों ही कर्मचारी लगभग मात्र 40 साल के ही थे और दोनों के बच्चे अभी बहुत छोटे है, जिनका सर से पिता का साया उठने के साथ उनका भविष्य अंधेरे में है, यह पहली बार नहीं है पहले भी बहुत से ठेका और नियमित कर्मचारियों की असमय मृत्यु हुई है जो फैक्ट्री में दिन रात एक करके मेहनत करते है फिर भी इतनी बड़ी कंपनी होने के बाद भी न तो यहां अनुकम्पा नियुक्ति है न ही कंपनी ने कर्मचारियों की टर्म पॉलिसी कराई है.
बालकों स्थित श्रमिक संघ के नेता अपने में मस्त है ऐसे में NGO आर्जवम फाउंडेशन के संस्थापक ने अनुकंपा भर्ती,1 करोड़ की टर्म पॉलिसी और ठेका कर्मचारियों के नियमितिकरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर स्थित से अवगत कराया और सभी के लिए न्याय की मांग की, साथ ही साथ पत्र की कॉपी केंद्रीय श्रम आयुक्त, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार को भी भेजी गई है।