BCCI ने दिया बड़ा अपडेट, श्रेयस अय्यर को ICU में कराया गया भर्ती…

BCCI ने दिया बड़ा अपडेट, श्रेयस अय्यर को ICU में कराया गया भर्ती…
नई दिल्ली। भारतीय वनडे टीम के उप-कप्तान श्रेयस अय्यर को सिडनी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें ICU में ऱखा गया है. मिली जानकारी के मुताबिक अय्यर को इंटरनल ब्लिडिंग की शिकायत है. ऐसे में उन्हें एहतियात के तौर पर अस्पताल के ICU में रखा गया है. उन्हें 5 से 7 दिन तक अस्पताल में रहना पड़ सकता है. हालांकि, ये इस पर निर्भर करेगा कि उनकी रिकवरी कैसी है?
पसलियों में चोट के बाद अस्पताल में भर्ती
श्रेयस अय्यर को सिडनी में खेले वनडे सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच के दौरान पसलियों में चोट लग गई थी. उन्हें ये चोट ऑस्ट्रेलियाई पारी के 34वें ओवर में हर्षित राणा की गेंद पर एलेक्स कैरी का कैच लेने के चक्कर में लगी थी. बैकवर्ड पॉइंट पर मौजूद श्रेयस अय्यर ने पीछे की ओर दौड़ते हुए वो कैच लपक तो लिया था. मगर खुद को इंजरी से नहीं बचा पाए थे .
चोट से उनका हाल बुरा था. मैदान पर वो अपनी पेट और छाती के हिस्से को दबाकर दर्द से चीखते दिखे थे, जिसके बाद मेडिकल टीम उन्हें मैदान के बाहर लेकर गई थी. लेकिन, अब उनकी इंजरी की गंभीरता को देखते हुए उन्हें सिडनी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हफ्ते भर रहना पड़ सकता है अस्पताल में भर्ती
श्रेयस अय्यर, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ T20 सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं. बावजूद इसके उन्हें ऑस्ट्रेलिया में टीम मैनेजमेंट ने रोका है तो सिर्फ उनके इलाज के लिए. रिपोर्ट के मुताबिक अय्यर को ICU में रखने का फैसला इंटरनल ब्लिडिंग के चलते होने वाले इंफेक्शन के डर से लिया गया है. अब वो अस्पताल में कितने दिन भर्ती रहेंगे, ये उनकी रिकवरी पर डिपेंड करेगा. हालांकि, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें अभी तकरीबन हफ्ते भर अस्पताल में ही रहना होगा.
श्रेयस अय्यर की इंजरी पर BCCI का अपडेट
BCCI सेक्रेटरी देवजीत साइकिया ने श्रेयस अय्यर की इंजरी पर अपडेट देते हुए बताया कि स्कैन से पता चला है कि उनकी स्पिलिन में इंजरी है. फिलहाल, उनका इलाज चल रहा है और हालत स्थिर है. देवजीत साइकिया ने बताया कि अय्यर अच्छे से रिकवर हो रहे हैं. BCCI की मेडिकल टीम लगातार सिडनी के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के संपर्क में है और उन पर नजर रखे हुए हैं. भारतीय टीम के डॉक्टर तब तक सिडनी में ही रुकेंगे, जब तक अय्यर ठीक नहीं होते. वो उनकी हर रोज कि रिकवरी पर नजर रखेंगे.



