
पुलिसकर्मी के घर नाबालिग आदिवासी बच्ची की मौत: परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप…
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक नाबालिग आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। घटना 17-18 अक्टूबर की है परिजनों का आरोप है कि, यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का मामला है और इसमें एक पुलिसकर्मी और उसकी पत्नी की भूमिका संदिग्ध है। मामला दबाने के लिए पैसों का लालच देने की भी बात सामने आई है।
बीजापुर जिला मुख्यालय के दारापारा इलाके में 17-18 अक्टूबर को पुलिसकर्मी सुभाष तिर्की के घर में 14 वर्षीय चांदनी कुडियम का शव फांसी के फंदे से लटका मिला था। चांदनी छठवीं कक्षा की छात्रा थी और कुछ महीने पहले ही पुलिसकर्मी की पत्नी नीरजा तिर्की उसे काम करने के बहाने अपने घर ले आई थी। परिजनों के मुताबिक, घटना से एक दिन पहले चांदनी ने अपने भाई अजय कुडियम को फोन कर बताया था कि वह बहुत परेशान है और घर लौटना चाहती है।
परिजनों ने कहा कि, उसने यह भी कहा था कि पुलिसकर्मी के घर के पीछे कुछ छुपाया गया है और कई राज़ हैं जो वह लौटकर बताएगी, लेकिन अगले ही दिन उसकी मौत की खबर आ गई। दुर्गेश शर्मा, थाना प्रभारी बीजापुर ने कहा कि, शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
 
				


