
रायपुर में चरित्र संदेह के चलते जवान बेटी और पत्नी को दी दर्दनाक मौत, आरोपी को कोर्ट ने सुनाई बड़ी सजा
रायपुर। राजधानी रायपुर में डबल मर्डर के आरोपी को आजीवन कारावास की सजा कोर्ट ने सुनाई है। दोषी योगेश कुमार वर्मा को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। जिसने अपनी पत्नी और बेटी की गला रेतकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।
बता दें कि पिछले साल यानि 20 मई 2024 को खरोरा के घिवरा गांव में मां-बेटी की हत्या हुई थी। चरित्र संदेह के चलते अपनी पत्नी और बेटी की गला रेतकर हत्या कर दी थी। 13 गवाहों की गवाही के बाद दोषी करार दिया गया है। यह खरोरा थाना इलाके का मामला है। एट्रोसिटी के स्पेशल जज पकंज कुमार सिन्हा की कोर्ट ने सजा सुनाई है।
खरोरा के घिवरा गांव में मां-बेटी की हत्या
राजधानी से लगे खरोरा के घिवरा गांव में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई थी। गांव में रहने वाले एक पति ने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी जिससे गांव में दहशत का माहौल था। पुलिस के मुताबिक आरोपी पति योगेश वर्मा अपनी पत्नी जानकी और छोटी बेटी लवली समेत अपने बेटे विवेक कुमार वर्मा के साथ रहता था और नशे का आदी था। आरोपी अपनी पत्नी और बेटी के चरित्र पर शक करता था। इसी बात पर आये दिन घर में विवाद होता रहता था।
पड़ोसियों के मुताबिक इस दिन भी देर शाम को आरोपी योगेश वर्मा नशे में घर पहुंचा और घर में जमकर विवाद करने लगा जिसकी आवाज घर के बाहर तक आई। आरोपी के बेटे विवेक के मुताबिक सोमवार को वह अपने मामा के साथ रायपुर गया हुआ था और दिन में ही वापस गांव आकर मामा के ही घर खाना खाकर सो गया था। देर शाम को जब अपने घर पहुंचा तो दरवाजा खटखटाने पर जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो अपने मामा को बुलवाकर अपने घर की छत पर चढ़कर देखा। उसकी मां जानकी वर्मा जिसके गले पर एक गमछा बंधा हुआ था और वो कमरे में मृत पड़ी थी जिससे गला घोंटकर हत्या करना प्रतीत होता है। उसके बाद वो अपनी बहन के कमरे में जाकर देखा तो वहां खून से लथपथ उसकी 19 साल की बहन पड़ी मिली जबकि घर से उसके पिता गायब मिले।
वारदात की सूचना पुलिस को दी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने शुरूआती जांच के बाद घर को सीलकर दिया और आरोपी पति की तलाश की शुरू की। इस खोजबीन में आरोपी योगेश को खरोरा-तिल्दा मार्ग से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने ही अपनी पत्नी और अपनी छोटी बेटी की हत्या की है।
दरअसल योगेश वर्मा ने 8 मई को अपनी बड़ी बेटी भारती की शादी की थी, तब से वो उसकी मां जानकी और छोटी बेटी के चरित्र पर और ज्यादा शक करने लगा था। इसी शक में उसने दोनों को मौत के घात उतार दिया। मां बेटी की निर्मम हत्या के बाद गांव में ही मृतका जानकी के घर में मातम पसरा हुआ था।



