
कम वेतन में ज्यादा काम! दवा बनाने वाली कंपनी के ठेकेदार पर मजदूरों ने लगाया आरोप, सुरक्षा में भी अनदेखी…
महासमुंद। दवा बनाने वाली कंपनी 9M इंडिया पर शोषण के आरोप लगे हैं. कंपनी में काम करने वाले 300 ठेका पद्धति के कर्मचारियों ने विधायक से शिकायत की है.कर्मचारियों ने आरोप लगाए हैं कि उनका शोषण किया जा रहा है.आपको बता दें कि महासमुंद मुख्यालय से लगभग 13 किमी दूर औद्योगिक क्षेत्र बिरकोनी है. जहां 9M इंडिया लिमिटेड कम्पनी दवा बनाती है. कम्पनी में अकशुल मजदूर( कर्मचारी ) ठेका पद्धति से रखे जाते हैं.
मजदूरों ने लगाए आरोप
मजदूरों का आरोप है कि 9M दवा कंपनी में एक ठेकेदार को 130 कर्मचारियों को प्रति लाइसेंस काम पर लगाने की परमिशन है.लेकिन ठेकेदार ने नियम विरुद्ध लगभग 250 से 300 कर्मचारियों को काम पर रखा है. जिनसे 8 घंटे काम लेने के बजाय 10 घंटे काम लिया जाता है. इन कर्मचारियों को नियमानुसार कलेक्टर दर के हिसाब से 11750 रुपये प्रत्येक माह पेमेंट मिलना चाहिए,जबकि इन कर्मचारियों को 7500 से 8000 रुपये प्रति माह दिया जा रहा है.
दवा बनाने वाली कम्पनी ठेकेदार पर आरोप
सुरक्षा उपकरण के तौर पर मास्क मिलता है वो भी घर से धोकर लाना पड़ता है.कर्मचारियों से दवाब पूर्वक काम लिया जाता है. जिससे परेशान होकर लगभग 250 सौ कर्मचारियों ने विधायक निवास पहुंचकर फरियाद की. हम लोगों से दवाबपूर्वक काम कराया जाता है और 225 रुपये से 250 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से पेमेंट दिया जाता है. शिकायत करने पर काम से निकाल देने की धमकी दी जाती है – आरती देवांगन,कर्मचारी इस पूरे मामले में विधायक का कहना है कि हमें आज ही पता चला है. इस तरह के ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाएगी.9M दवा कंपनी में काम करने वाले वर्करों ने ठेकेदार के खिलाफ शिकायत की है.वर्करों को समय से ज्यादा काम करवाया जाता है.जितना काम वर्कर करते हैं उतना पैसा नहीं दिया जाता. ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी – योगेश्वर राजू सिन्हा,विधायक महासमुंद |
महासमुंद जिले में श्रम विभाग की लापरवाही के कारण औद्योगिक संस्थानों में श्रम कानून और कारखाना अधिनियमों का पालन नहीं होने के कारण ठेकेदार वर्करों के साथ मनमानी करते हैं. समय से ज्यादा काम लेना और सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराने की शिकायत आम हो गई है. वहीं श्रम विभाग के आला अधिकारी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है.जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
कंपनियों की समय- समय पर जांच की जाती है. ये मामला अब संज्ञान में आया है जिसकी जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही होगी- डीएन पात्रा, श्रम अधिकारी गौरतलब है कि 9M इंडिया लिमिटेड की कई दवाईयां भी सीजीएमसी में अमानक पाईं गई हैं. 9M के कर्मचारी कम वेतन , ज्यादा समय काम करवाने को लेकर शिकायत की है.दो दिन पहले ऐसी ही शिकायत लेकर फ्लोटेक्स सोलर प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी भी आए थे.जो श्रम विभाग के नियमित जांच पर प्रश्नचिह्न लगाता है.



