
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में दर्दनाक घटना सामने आई है। झारखंड के 3 युवकों ने जंगल में लकड़ी लेने गई चाची और उसकी नाबालिग भतीजी से गैंगरेप किया। वारदात के बाद आरोपियों की धमकी से डरी महिला ने उसी रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामला सनावल थाना क्षेत्र का है।
घटना 7 सितंबर की है, लेकिन 3 महीने बाद 3 दिसंबर को केस दर्ज हुआ। पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगा, जिसके बाद सरगुजा IG दीपक कुमार झा ने कठोर कदम उठाया।
ASI सस्पेंड, थानेदार लाइन अटैच –
परिजनों की शिकायत के बाद भी FIR दर्ज न करने पर ASI रोशन लकड़ा को सस्पेंड किया गया। थानेदार गजपति मिर्रे को लाइन अटैच किया गया। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी जारी हुए।
क्या हुआ था 7 सितंबर को?
25 वर्षीय विवाहिता अपनी 14 वर्षीय भतीजी के साथ जंगल में लकड़ी लेने गई थी। वहीं झारखंड के कुसुमियादागर निवासी तीन युवक सैयद अली (21), फैयाज अंसारी (22) और सोनू अंसारी (30) ने दोनों के साथ गैंगरेप किया। आरोपियों ने धमकी दी कि किसी को बताने पर जान से मार देंगे। दोनों किसी तरह जंगल से घर पहुँचीं। सदमे में महिला ने उसी रात घर के पटाव में फांसी लगाकर जान दे दी।
पुलिस ने FIR क्यों नहीं की?
महिला के पिता और परिजनों ने सनावल थाने में कई बार शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, न ही आरोपियों की तलाश की। पति उस समय मध्यप्रदेश के जबलपुर में काम कर रहा था। सूचना मिलते ही वह आकर अंतिम संस्कार में शामिल हुआ।
IG की जांच में सच आया सामने
नवंबर में परिजनों ने IG से शिकायत की। जांच में नाबालिग के साथ गैंगरेप की पुष्टि हुई। इसके बाद 3 महीने बाद जाकर नाबालिग से गैंगरेप, महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में दो FIR दर्ज की गई।
तीनों आरोपी अभी भी फरार
पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। IG दीपक कुमार झा ने कहा कि मामले की आगे जांच जारी है और किसी भी जिम्मेदार को छोड़ा नहीं जाएगा।



