
रायपुर। बिजली बिल की वसूली में गयी इंजीनियर और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। जानकारी के मुताबिक टिकरापारा थाना क्षेत्र के संतोषी नगर मेन रोड स्थित एक चाय दुकान पर बिजली बिल की बकाया राशि वसूलने पहुंची टीम को विरोध, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी का सामना करना पड़ा। इस घटना में महिला जूनियर इंजीनियर सहित अन्य कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने का आरोप है। रायपुर में शासकीय कार्य कर रही CSPDCL (छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड) की टीम के साथ बदसलूकी का मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने महिला अधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार, CSPDCL रावणभाठा जोन की टीम उपभोक्ता गोपाल तांडी के विद्युत कनेक्शन पर लंबित ₹4950 की बकाया राशि की वसूली के लिए मौके पर पहुंची थी। यह कनेक्शन संतोषी नगर मेन रोड पर स्थित “मंत्री जी की चाय दुकान” से जुड़ा बताया जा रहा है। टीम में महिला जूनियर इंजीनियर भावनी तिवारी सहित अन्य कर्मचारी शामिल थे।जानकारी के मुताबिक सीएसईबी की टीम ने बकाया राशि जमा करने के लिए कहे जाने पर उपभोक्ता ने भुगतान से इनकार कर दिया। इसके बाद जब CSPDCL के कर्मचारियों ने नियमानुसार बिजली कनेक्शन विच्छेदन (डिस्कनेक्शन) की प्रक्रिया शुरू की, तो स्थिति बिगड़ गई। आरोप है कि उपभोक्ता और उसके परिजनों ने शासकीय कार्य में बाधा डाली और कर्मचारियों के साथ तीखी बहस शुरू कर दी।
शिकायत में कहा गया है कि इसी दौरान आशीष तांडी नामक युवक ने राजनीतिक दबाव का हवाला देते हुए कर्मचारियों को धमकाया। उसने गाली-गलौज की, आवश्यक दस्तावेज छीनने की कोशिश की और महिला जूनियर इंजीनियर के साथ अभद्र व्यवहार किया। आरोप यह भी है कि कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी दी गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घटना के बाद महिला जूनियर इंजीनियर भावनी तिवारी ने टिकरापारा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर शासकीय कार्य में बाधा, धमकी, गाली-गलौज और महिला अधिकारी से दुर्व्यवहार जैसी धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। टिकरापारा पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और सभी आरोपों की निष्पक्षता से पड़ताल की जाएगी।
इस घटना के बाद CSPDCL कर्मचारियों में रोष देखा जा रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि वे शासन के निर्देश पर राजस्व वसूली और बिजली व्यवस्था सुचारू रखने का कार्य करते हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं उनके मनोबल को तोड़ती हैं। खासतौर पर महिला अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बदसलूकी को लेकर चिंता जताई जा रही है।



