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NSUI ने कार्यकर्ताओं ने सेमेस्टर परीक्षाओं की तारीख आगे बढ़ाने को लेकर सौंपा ज्ञापन

रायपुर : NSUI ने बुधवार को रविशंकर शुक्ल विद्यालय में प्रदर्शन किया. गंगाजल छिड़ककर यूनिवर्सिटी का घेराव किया. कार्यकर्ताओं ने सेमेस्टर परीक्षाओं की तारीख आगे बढ़ाने को लेकर ये प्रदर्शन किया. इसके अलावा विश्वविद्यालय कुलसचिव शैलेंद्र पटेल को ज्ञापन भी सौंपा.

मीडिया को जानकारी देते हुए NSUI के रायपुर जिला उपाध्यक्ष वैभव मुझेवार ने बताया कि गंगाजल छिड़ककर विश्वविद्यालय का घेराव किया गया है. हमारी मांग सेमेस्टर परीक्षाओं की तारीख आगे बढ़ाने की है. जिसको लेकर प्रदर्शन किया गया.

वैभव ने कहा कि हर छात्रों का सपना होता है कि वह सरकारी नौकरी करे. जिसके लिए वह ग्रेजुएशन तक कि पढ़ाई करता है. फिर उसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन करता है. उसी सपनों के तहत आज कई वर्षों से जो विद्यार्थी अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है, ठीक उसी दिन विश्विद्यालय प्रसाशन द्वारा सेमेस्टर परीक्षाओं को आयोजित करा कर उनके सपनों पर घातक प्रहार किया जा रहा है. जिसका हम विरोध करते हैं.

ज्ञापन में कहा गया है कि ‘विश्विद्यालय द्वारा जो सेमेस्टर परीक्षाओं का आयोजन कराया जा रहा है, उसमें कई ऐसी परीक्षा हैं जो कि व्यापाम द्वारा आयोजित की गई हैं, जो एक ही दिन आयोजित हो रही हैं. जिसका अभ्यर्थी कई दिनों से और कई सालों से तैयारी कर रहा है. लेकिन उसी दिन परीक्षा आयोजित करना उनके सपनों को तोड़ने के बराबर साबित होगा. हम मांग करते हैं कि आने वाली सेमेस्टर की सारी परीक्षाओं को आगे बढ़ा कर 15 जून के बाद आयोजित किया जाए. जिससे कि विश्विद्यालीन और प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले किसी भी विद्यार्थी को मुसीबतों का सामना ना करना पड़े.

ज्ञापन में आगे लिखा है कि छात्रहित में होने वाली पीएचडी परीक्षा का भी नोटिफिकेशन जारी करने की हम मांग करते हैं.

हम आपसे निवेदन करते हैं की पंडित रविशंकर शुक्ल विश्विद्यालय शुरू से छात्रों के भविष्य के प्रति सजग रहा है और हमेशा छात्रों के हितों में निर्णय लेने वाला विश्विद्यालय रहा है. हम उसपे गर्व करते हैं और हम यह भी मांग करते हैं कि हमारा गर्व हमेशा इसी प्रकार बना रहे. NSUI आपसे निवेदन करती है कि हमारी छात्रहितैषी 4 सूत्रीय मांगो पर विश्विद्यालय 24 घंटों के अंदर निर्णय ले और परीक्षाओं की तिथि को आगे बढ़ाएं. अन्यथा NSUI आगे जो छात्रहित में कदम उठाएगी उसके लिए विश्विद्यालय स्वयं जिम्मेदार होगा.

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