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1927 में बना था पुराना संसद भवन, जानिए नए संसद भवन में क्या है

नई दिल्ली 

मौजूदा या कहें पुराने संसद भवन का उद्घाटन 18 जनवरी, 1927 को हुआ था। सवाल है- तब उद्घाटनकर्ता कौन थे? पता ही है कि तब भारत पर ब्रिटिश हुकूमत का कब्जा था। इसलिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तो थे नहीं। वायसराय के जरिए ब्रिटेन की सरकार हम पर हुकूमत किया करती थी। 1926 से 1931 तक लॉर्ड इरविन भारत के वायसराय थे। इस कारण भारत में संसद भवन के उद्घाटन का सौभाग्य उन्हें ही हाथ लगा।

18 जनवरी, 1927 को लॉर्ड इरविन ने मौजूदा संसद भवन का उद्घाटन किया था। तब उसे ‘हाउस ऑफ पार्ल्यामेंट’ कहा गया। इस हाउस ऑफ पार्ल्यामेंट में ब्रिटिश सरकार की विधान परिषद काम करती थी।

नए संसद भवन का न‍िर्माण और उद्घाटन कब?

पीएम नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी। 28 मई, 2023 को पीएम नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे।

पुराने और नए संसद भवन के न‍िर्माण में क‍ितने वर्ष लगे?

पुराने संसद भवन के न‍िर्माण में छह वर्ष का समय लगा था, जबक‍ि नए संसद भवन को बनाने में तीन साल का समय लगा है।

पुराने और नए संसद भवन की क्षमता

पुराने संसद भवन में लोकसभा के लिए 543 सीटें, जबकि राज्यसभा के लिए 250 सीटें हैं। वहीं, अगर नए संसद भवन की बात करें तो लोकसभा की 888 सीटें हैं, जबक‍ि राज्‍यसभा की 300 सीटें हैं।

क‍िसने ड‍िजाइन क‍िया था पुराना संसद भवन?

पुराने संसद भवन का डिजाइन उस दौर के मशहूर ब्रिटिश वास्तुकार एडविन के लुटियन और हर्बर्ट बेकर ने तैयार क‍िया था।

नए संसद भवन का डिजाइनर कौन है?

नए संसद भवन की डिजाइनिंग गुजरात की आर्किटेक्चर फर्म एचसीपी डिजाइंस ने की है। एचसीपी डिजाइन इससे पहले गुजरात के गांधीनगर में सेंट्रल विस्टा, राज्य सचिवालय, अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट डिवेलपमेंट जैसे कई प्रोजेक्‍ट्स ड‍िजाइन कर चुका है।

क‍ितने क्षेत्रफल में बना है पुराना संसद भवन?

पुराना संसद भवन 566 मीटर व्यास में बना था। जरूरत के ह‍िसाब से बाद में साल 1956 में संसद भवन में दो और मंजिलें जोड़ी गईं। 2006 में संसद संग्रहालय बनाया गया। इस संग्रहालय में भारत की समृद्ध लोकतांत्रिक विरासत के ढाई हजार वर्षों को प्रदर्शित किया गया है।

नए संसद भवन का क्षेत्रफल क‍ितना है?

नए संसद का क्षेत्रफल 64,500 स्क्वैयर मीटर है। नए संसद भवन का आकार त्रिकोण रूप में है। कहा जा रहा है क‍ि ऐसा इसलिए बनाया गया है, क्योंकि हर एक धर्म में त्रिकोण ज्यामिति का बहुत महत्व है।

पुराने संसद भवन को बनाने में क‍ितने रुपए हुए थे खर्च?

पुराने संसद भवन को बनाने में उस दौर में 83 लाख रुपए का खर्च आया था।

क‍ितनी लगात में बना नया संसद भवन?

र‍िपोर्ट्स के मुताब‍िक, नए संसद भवन को बनाने में करीब 1200 करोड़ रुपए का खर्च आया है।

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